चार दिनी सम्मेलन के दूसरे दिन भी विशेषज्ञों ने मानसिक रोगों से लड़ने के उपायों पर की चर्चा
सत्येंद्र द्विवेदी
वाराणसी/भदोही: (Varanasi/Bhadohi) एनुअल नेशनल कांफ्रेंस आफ इंडियन एसोसिएशन आफ प्राइवेट साइकेट्रिस्ट सम्मेलन में मानसिक रोगों से लड़ने के विभिन्न उपायों पर चर्चा की गई। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के स्वतंत्रता भवन में आयोजित चार दिनी सम्मेलन के दूसरे दिन विषय विशेषज्ञों ने कहा, आज हम जिस परिवेष में हैं, उसमें हर तरफ तनाव का प्रभाव दिखता है। इससे बचते हुए हम सभी को आगे बढ़ने है और विकास के साथ-साथ बढ़ रहीं मानसिक बीमारियों के प्रति लोगों को सचेत भी करना है।
24 से 27 नवंबर तक चलने वाले एनुअल नेशनल कांफ्रेंस का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु गुरुजी ने दीप प्रज्ज्वलित कर, तुलसी के पौधे का पूजन कर और महामना के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया. डा. दयाशंकर मिश्र ने बताया कि हम जैसे-जैसे विकास करते जा रहे हैं, मानसिक रोग भी उसी प्रकार बढ़ते जा रहे हैं। इस सालाना कांफ्रेंस में देश के विभिन्न हिस्सों से आए मनोचिकित्सक में भाग ले रहे हैं।
जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ (ज्ञानपुर, भदोही) के मनोचिकित्सक डा. अभिनव पांडेय भी इस सम्मेलन का हिस्सा बने हैं। उन्होंने कहा, इस तरह के आयोजनों से मानसिक रोगों से लड़ने में मदद मिलेगी और लोगों को मानसिक रोगों के प्रति जागरुक किया जा सकेगा। डा. अभिनव पांडेय ने एंटी एपिलेप्टिक एंड साइकाट्रिक मेडिकेशन विषय पर व्याख्यान दिया। डॉ निशांत गोयल एसोसिएट प्रोफेसर, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइकेट्रिक, रांची ने व्याख्यान की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न मानसिक दवाइयां एवं मिर्गी के रोग में प्रयोग में आने वाली दवाइयां की परस्पर क्रिया के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला।
Varanasi/Bhadohi : बीएचयूः विकास के साथ-साथ बढ़ रहीं मानसिक बीमारियां
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