आज मशहूर संगीतकार खय्याम (composer Khayyam) का स्मृति दिवस है। वर्ष 2019 को आज ही के दिन (19 अगस्त) वे हमसे बिछड़ गए थे। उनकी पत्नी जगजीत कौर ने भी कुछ दिन पहले ही (15 अगस्त) दुनिया को अलविदा कह दिया। खय्याम और जगजीत की प्रेम कहानी दिल को छू जाती है। एक रात में अचानक जगजीत कौर उन्हें दादर के ब्रिज पर मिली और दोनों में प्यार हो गया। तब वे फिल्मों में काम करने के लिए संघर्ष कर रहीं थीं। उन दोनों की शादी का बहुत विरोध हुआ लेकिन उन्होंने शादी की और उम्रभर साथ रहे। ऐसा कहा जाता है कि साहिर लुधियानवी ने जगजीत कौर का खय्याम के प्रति गहरा प्रेम देखकर विशेष रूप से उनके लिए गीत ‘तुम अपना रंज-ओ-गम’ लिखा था। साहिर के लिखे इस गीत का संगीत खय्याम ने दिया था और जगजीत कौर ने अपना स्वर दिया था। प्रस्तुत है साहिर का लिखा वह गीत-
तुम अपना रंज-ओ-गम अपनी परेशानी मुझे दे दो
तुम्हें ग़म की क़सम इस दिल की वीरानी मुझे दे दो
ये माना मैं किसी क़ाबिल नहीं हूं इन निगाहों में
बुरा क्या है अगर ये दुख ये हैरानी मुझे दे दो
मैं देखूं तो सही दुनिया तुम्हें कैसे सताती है
कोई दिन के लिए अपनी निगहबानी मुझे दे दो
वो दिल जो मैं ने मांगा था मगर गैरों ने पाया था
बड़ी शय है अगर उस की पशेमानी मुझे दे दो
कवि: साहिर लुधियानवी