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BHADOHI : प्रदर्शनी में दिखी विकास के पथ पर अग्रसर उत्तर प्रदेश की झलक

तीन दिवसीय स्थापना दिवस समारोह का केएनपीजी कालेज में शानदार आगाज

बच्चों ने प्रस्तुत किए रंगारंग कार्यक्रम, कठपुतली नृत्य के जरिए बालिका शिक्षा पर जोर

सत्येंद्र द्विवेदी
भदोही : उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस (24 जनवरी) पर मंगलवार को तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रम का आगाज केएनपीजी कालेज सभागार में सीडीओ यशवंत कुमार सिंह ने किया। सूबे के स्थापना दिवस के मौके पर विभिन्न विभागों द्वारा भव्य प्रदर्शनी लगाई गई। महिला कल्याण विभाग द्वारा महिला सशक्तिकरण पर कठपुतली नृत्य प्रस्तुत किया गया। इस दौरान सभी अतिथियों को सूचना विभाग द्वारा ‘उत्तर प्रदेशः कहानी बदलाव की एवं उद्यमिता की उड़ान’ विषयक पुस्तक भेंट की गई।
स्थापना दिवस समारोह के चीफ गेस्ट सीडीओ यशवंत सिंह ने प्रगति पथ पर अग्रसर उत्तर प्रदेश की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए शासन व प्रशासन की अंत्योदय आधारित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने उत्तर प्रदेश में ‘निवेश व रोजगार’ में ट्रेंड, टेक्नोलॉजी, टूरिज्म एंड ट्रेडिशन के नवाचारों पर प्रकाश डाला।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी में प्रदेश की विकास यात्रा प्रस्तुत की गई है, इसमें विभिन्न विभागों के स्टाल द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं से परिचत कराया गया। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। चीफ गेस्ट सीडीओ ने अतिथियों सहित अभिलेख प्रदर्शनी व स्टॉल का अवलोकन किया।
डीआईओ डा. पंकज कुमार ने बताया कि अभिलेख प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश की स्थापना के विकास क्रम में 1833 में पश्चिमोत्तर प्रांत/आगरा प्रेसीडेंसी, 1877 में आगरा व अवध को मिलाकर ‘संयुक्त प्रांत’ के रूप में पश्चिमोत्तर प्रांत में मिलाया। तत्पश्चात् 1902 में ‘नार्थ वेस्ट प्रोविंस’ का नाम बदलकर ‘‘यूनाइटेड प्रोविंस आफ आगरा एंड अवध’’ (साधारण बोल चाल की भाषा में उत्तर प्रदेश) किया गया। 24 जनवरी 1950 में संयुक्त प्रांत ‘‘उत्तर प्रदेश’’ के नाम से भारतीय संघ का राज्य बना। इसके बाद नौ नवंबर, 2000 में गढ़वाल व कुमाऊ क्षेत्र को अलग करते हुए उत्तरांचल/उत्तराखंड राज्य का गठन किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में पर्यावरणविद् डा. कमाल अहमद सिद्दकी ने सूबे के राजकीय चिन्हों की उपदेयता व प्रासंगिकता पर बल दिया गया। प्रोफेसर कामिनी वर्मा द्वारा उत्तर प्रदेश की प्राचीनता से आधुनिकता तक के विकास क्रम को वर्णित किया गया। डीआईओ डा. पंकज कुमार द्वारा ‘उत्तर प्रदेश दिवस-2023’ विशेष व्याख्यान-‘‘ हां मैं उत्तम प्रदेश, उत्तर प्रदेश हूं’’ द्वारा उत्तर प्रदेश की कला, संस्कृति सहित समग्र आयामों पर प्रकाश डाला गया। संचालक प्रोफेसर रिचा यादव ने किया।
भाषण में प्राइमरी के छात्र आर्यन बिंद अव्वल
इसके पूर्व केएनपीजी कालेज के छात्रा सुषमा, रेश्मा, कोमल, पूजा द्वारा गणेश वंदना प्रस्तुत की गई। जबकि एनसीसी कैडेट सूरज प्रकाश उपाध्याय द्वारा देशभक्ति गीत, सुषमा, पूजा द्वारा सोलो गीत, संजना पाल द्वारा लोकनृत्य, महिमा मौर्य द्वारा कविता आदि छात्र/छात्राओं ने विविध सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। ‘उत्तर प्रदेश दिवस-2023’ विषय पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में उच्च प्राथमिक स्कूल के आर्यन बिंद, सौम्या गौतम, पायल गौतम व अन्य विजेता रहे। प्राथमिक विद्यालय भगवापुर के छात्र/छात्राओं द्वारा ज्ञानवर्धक प्रस्तुति पर सीडीओ ने सराहना करते हुए उनका हौसला आफजाई किया।
कथपुतली नृत्य के जरिए बालिका शिक्षा पर जोर
महिला कल्याण विभाग द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित कठपुतली नृत्य द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण, महिला शिक्षा, स्वालंबन पर बल दिया गया। सूचना विभाग के कलाकार शेषमणि सरोज व विद्याशंकर प्रेमी द्वारा लोक प्रस्तुति कर उत्तर प्रदेश के वैभवशाली इतिहास व गाथा से सभी को परिचत कराया गया। कार्यक्रम में प्रभारी प्राचार्य शुभा श्रीवास्तव, उपायुक्त स्वतः रोजगार श्यामजी, जिला पर्यटन अधिकारी राजेश भारती, जिला प्रोवेशन अधिकारी शत्रुघ्न कनौजिया, डीआईओएस नंदलाल गुप्ता, बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह, उपायुक्त कृषि डा. अश्वनी सिंह, रामेश्वर सिंह आदि मौजूद रहे।

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