देहरादून : उत्तराखंड में एलोपैथिक डॉक्टरों को आयुर्वेद में छह दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कार्यक्रम पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली की प्रभाव क्षमता को लेकर उनके संदेह दूर करने में मदद करेगा।
मुख्य सचिव एसएस संधू ने शनिवार को कहा कि एलोपैथी और आयुर्वेद परस्पर विरोधी नहीं बल्कि एक दूसरे के पूरक हैं।”
संधू ने कहा कि आयुष विभाग तथ्यों और दस्तावेजों के आधार पर प्रस्तुतियों के जरिए प्रशिक्षण देगा।
मुख्य सचिव ने कहा, “छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य आयुर्वेदिक उपचार के बारे में गलत धारणाओं को दूर करना है और एलोपैथिक डॉक्टरों की इसकी प्रभाव क्षमता को लेकर संदेह दूर करने में मदद करना है।”
हालांकि प्रशिक्षण की तारीख का अभी ऐलान नहीं किया गया है।
संधू ने कहा कि आयुर्वेद सिर्फ एक चिकित्सा पद्धति नहीं है बल्कि रोग मुक्त जीवन जीने का एक तरीका है।
योग और आयुर्वेद का केंद्र होने के नाते, उत्तराखंड आयुर्वेद, योग, यूनानी, प्राकृतिक चिकित्सा और होम्योपैथी पर नए सिरे से जोर देकर विभिन्न तरीकों से लाभान्वित हो सकता है।