स्वास्थ्य विभाग ने दिया प्रशस्ति पत्र, विभिन्न कार्यक्रम स्थलों में चिकित्सकीय प्रबंधन व एंबुलेंस व्यवस्था में किया था कार्य
वाराणसी : काशी में जी-20 देशों के तीन दिवसीय कृषि सम्मेलन के समापन के बाद गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने सम्मेलन में ड्यूटी करने वाले चिकित्सकों, अधिकारियों और पैरामेडिकल स्टाफ को सम्मानित किया। इस वैश्विक सम्मेलन में चिकित्सकीय प्रबंधन व एंबुलेंस व्यवस्था के लिए वाराणसी सहित अन्य पड़ोसी जनपदों के चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को भी तैनात किया गया था। इसके अलावा सर सुंदर लाल चिकित्सालय बीएचयू, डीडीयू चिकित्सालय पाण्डेयपुर, एसएसपीजी मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा, एलबीएस चिकित्सालय रामनगर व अन्य निजी चिकित्सालयों को भी आरक्षित किया गया था।
सम्मेलन में ड्यूटी पर तैनात सभी चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ ने अपने कार्यों और जिम्मेदारियों का बेहतर निर्वहन किया। इस कार्य के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) और सम्पूर्ण कार्यक्रम के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के नोडल अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा ने चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
सीएमओ ने बताया कि वाराणसी में आयोजित हुए तीन दिवसीय जी-20 सम्मेलन के लिए चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के प्रत्येक जनपद से एक-एक एकीकृत नोडल अधिकारी नामित किया गया था, जिसमें वाराणसी के जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ निकुंज कुमार वर्मा, चंदौली से एसीएमओ डॉ आरबी शरण, जौनपुर से डॉ डीके सिंह, गाजीपुर से डॉ जयंत सिंह, मऊ से डॉ आरएन सिंह, आजमगढ़ से सीएमओ डॉ आईएन तिवारी, मिर्जापुर से डॉ सुदीप और भदोही से डॉ ओपी शुक्ला शामिल रहे। इन जनपदों के चिकित्सा अधिकारियों, चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ आदि के आवागमन, प्रवास, खानपान, कोविड प्रोटोकॉल, एंबुलेंस व अन्य लॉजिस्टिक व वित्तीय व्यवस्था के लिए एक-एक नोडल अधिकारी तैनात किया गया था।
आवागमन व एंबुलेंस से संबन्धित कार्य के लिए एसीएमओ डॉ राजेश प्रसाद, प्रवास व खानपान की व्यवस्था के लिए डिप्टी सीएमओ डॉ एचसी मौर्य व डीपीएम संतोष सिंह, कोविड प्रोटोकॉल व्यवस्था के लिए एसीएमओ डॉ एसएस कनौजिया और शुभम दत्ता, अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए चिकित्साधिकारी डॉ अतुल सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी केके राय, जिला सलाहकार डॉ सौरभ प्रताप सिंह, चिकित्साधिकारी डॉ शिवशक्ति प्रसाद द्विवेदी और आशुलिपिक संजय कुमार साहू को कोओर्डिनेटर के रूप में नामित किया गया था। सम्मेलन में 13 नोडल चिकित्सा अधिकारी, 34 सामान्य चिकित्सक, 24 विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित 75 पैरामेडिकल स्टाफ एवं 5 एएलएस व 20 बीएलएस (बेसिक लाइफ सपोर्ट) लगाई गई थी। इन सभी की ड्यूटी एलबीएस एयरपोर्ट बाबतपुर, होटल ताज गंगेज नदेसर, ट्रेड फ़ैसिलिटी सेंटर (टीएफ़सी) बड़ालालपुर, सारनाथ, सर्किट हाउस, नमोघाट, दशाश्वमेघ घाट, काशी विश्वनाथ मंदिर व अन्य होटलों में लगाई गयी थी। सभी चिकित्सालयों के चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ ने अपने कार्यों का निर्वहन बेहतर ढंग से किया और सभी स्टाफ निर्धारित ड्रेस कोड में रहे। इसके लिए सभी को सम्मानित किया गया।