उदयपुर:(Udaipur) फिल्मों (films) में यूं तो पुलिस की छवि का कथानक जगजाहिर है, कुछेक ही ऐसी फिल्में हैं जिनमें पुलिस की छवि जनता के मन में जगह बना पाती हैं। इस दौर के बीच उदयपुर संभाग के एक पुलिस अधिकारी ने समुदाय आधारित पुलिसिंग को मजबूत करने के लिए फिल्म बनाने का प्रयास किया है। अपने स्तर पर संसाधन जुटाते हुए इस पुलिस अधिकारी ने ‘द इन्फॉर्मर: पुलिस मित्र’ फिल्म बनाई है। जल्द ही इसकी लॉन्चिंग होगी। उन्होंने हाल ही उदयपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी इस फिल्म की जानकारी दी। इस फिल्म के प्रोडक्शन में दिनेश एमएन (आईपीएस), दीपक भार्गव (आईपीएस), टाइगर 4 सिक्योरिटी और ड्राइव डिजिटल जयपुर का भी सहयोग रहा है।
यह फिल्म बनाई है सागवाड़ा थानाधिकारी हिमांशु सिंह राजावत ने। कल्याण स्टूडियो कपासन के बैनर तले तैयार की गई इस फिल्म का निर्देशन प्रवीण वैद्य द्वारा किया गया है। फिल्म का टाइटल सोंग उदयपुर के शायर व गीतकार कपिल पालीवाल ने लिखा एवं संगीतबद्ध किया है। इसको आवाज उदयपुर के दिनेश वर्मा ने दी है। राजावत ने बताया कि फिल्म की विषयवस्तु राजस्थान सरकार की ‘पुलिस मित्र’ योजना पर आधारित है और इसमें बताया गया है कि किस तरह से पुलिस मित्र बनकर समाज से अपराध रोकने में सहयोग किया जा सकता है।
राजावत बताते हैं कि स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए बहुत ही कम लागत से तैयार की गई इस फिल्म के कलाकार भी स्थानीय ही है और इसमें ऐसे लोगों ने अभिनय किया है जो पहली बार कैमरे के सामने आए हैं। स्थानीय परिस्थितियों से वाकिफ कलाकारों के अभिनय ने फिल्म में जान डाल दी है।
पटकथा हिमांशु सिंह राजावत ने अपने और अपने साथियों के अनुभवों पर लिखी है। राजस्थान पुलिस सिपाही के रूप में उनके अनुभव से प्रेरणा लेते हुए, वास्तविक जीवन की घटनाओं के साथ कथानक और संवादों को प्रभावित किया है। फिल्म के फोटोग्राफी निदेशक राज मालुसरे के अनुभवों ने राजस्थान के जीवंत परिदृश्य को संजोया है वहीं संदेश खंबे द्वारा किया गया मेकअप अभिनेताओं को विश्वसनीय पात्रों में बदलने में मदद करता है। फिल्म के पोस्टर की डिजाइन प्रशांत शिंकरे ने की है वहीं राजेश शाह का विशेषज्ञ संपादन और इंदरदेव यादव का डिजिटल इंटरमीडिएट काम फिल्म की दृश्य अपील को बढ़ाता है, जबकि कृष्ण विश्वकर्मा का ध्वनि मिश्रण दृश्यों को जीवंत करता है।