नई दिल्ली : (New Delhi) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) ने जेल से बाहर आने के बाद पहली बार शनिवार को पत्रकार वार्ता की। इसमें उन्होंने देश को तानाशाही से बचाने की अपील करते हुए कहा कि भाजपा सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री मोदी अपनी राजनीतिक विरासत अमित शाह को सौंप देंगे।
राउज एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, सांसद संजय सिंह और दिल्ली सरकार के मंत्रियों सहित अन्य नेता मौजूद थे। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सत्ता में वापसी के साथ ‘एक देश, एक नेता’ वाली स्थिति बन जाएगी। वे देश के सभी विपक्षी नेताओं को जेल में डाल देंगे जैसे उन्हें जेल में डाला गया। उन्होंने ममता बनर्जी, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे और एमके स्टालिन का नाम लेते हुए कहा कि इन्हें जेल में डाला जाएगा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पार्टी के नेताओं को ही साइडलाइन कर दिया है। उन्होंने मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पद से हटा दिया। वे जल्द ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पद से हटा देंगे। उन्होंने भाजपा में 75 वर्ष की आयु के नियम का हवाला देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 75 साल का होने के बाद अगले साल पद छोड़ देंगे और अमित शाह को प्रधानमंत्री बनायेंगे। असल में भाजपा को वोट देने का मतलब है अमित शाह को प्रधानमंत्री के लिए वोट करना।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल से बाहर आकर उन्होंने कई नेताओं, विशेषज्ञों और जनता से बात की है। इससे उनका अंदाजा है कि भाजपा गठबंधन को 220 से 230 सीटें आयेंगी। उनकी हर राज्य में सीटें कम होंगी। इससे इंडिया गठबंधन अपनी सरकार बनाएगा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि उन्हें पद से प्यार नहीं है लेकिन पद पर बने रहना उनकी मजबूरी है। असल में वे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने बिना बताये ही अपने कई नेताओं को भ्रष्टाचार के मामले में जेल में डाल दिया।