नई दिल्ली : बजट में इंपोर्ट ड्यूटी कम होने का असर सोने की खरीदारी पर अब साफ-साफ नजर आने लगा है। कस्टम ड्यूटी कम होने के बाद से गोल्ड मार्केट में सोने की खरीद में तुलनात्मक रूप से 40 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई है। सोने की खरीदारी तेज होने के कारण सोने की कीमत पर भी असर पड़ने की संभावना बन गई है।
फेस्टिव सीजन शुरू होने के पहले ही सर्राफा बाजार में सोने के जेवरात की मांग में काफी तेजी आ गई है, जिसके कारण सोना एक बार फिर अपने शिखर की ओर बढ़ता हुआ नजर आने लगा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में सोना 72,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर चुका है। सोने की तरह चांदी के भाव में भी तेजी आई है। एमसीएक्स पर चांदी 88 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के करीब पहुंच कर कारोबार कर रहा है। खास तौर पर वायदा कारोबार में सोने और चांदी की कीमत में तेज उछाल का रुख देखा जा रहा है। निवेशकों को फेस्टिव सीजन के दौरान सोना और चांदी की मांग में और तेजी आने की उम्मीद है। इसी आधार पर अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में सोने और चांदी दोनों के भाव में तेजी आएगी। यही कारण है कि वायदा कारोबार में इन दोनों चमकीली धातुओं पर निवेशक बड़ी बोली लगाने से भी नहीं हिचक रहे हैं।
बुलियन मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन का कहना है कि इस साल फेस्टिव सीजन के दौरान अच्छी बिक्री होने की उम्मीद की जा रही है। पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्वेलरी इंडस्ट्री में 30 से 35 प्रतिशत तक ग्रोथ होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मयंक मोहन का कहना है कि कस्टम ड्यूटी में कटौती होने के कारण सोने का आयात सस्ता हुआ है, जिसकी वजह से इस चमकीली धातु की इफेक्टिव कॉस्ट में भी कमी आई है। इफेक्टिव कॉस्ट में आई कमी का फर्क ग्राहकों को भी साफ-साफ नजर आ रहा है। यही कारण है कि इस साल फेस्टिव सीजन के दौरान सोने और चांदी की डिमांड में बढ़ोतरी होने की संभावना जताई जा रही है।
बुलियन मार्केट एक्सपोर्ट रघुपति शर्मा का कहना है कि इस साल ज्वेलरी मार्केट में लगातार ग्रोथ बना हुआ है। साल 2024 की पहली तिमाही (जनवरी से मार्च) में ज्वेलरी मार्केट में 7.5 प्रतिशत की ग्रोथ दर्ज की गई थी। वहीं, दूसरी तिमाही (अप्रैल से जून) में ज्वेलरी मार्केट में 15 प्रतिशत की तेजी ग्रोथ दर्ज की गई। अब बजट में कस्टम ड्यूटी में कटौती कर देने के बाद ज्वेलरी मार्केट में फुटफॉल भी बढ़ा है, जिसके कारण साल की तीसरी तिमाही में ज्वेलरी मार्केट में 18 से 20 प्रतिशत तक की ग्रोथ का अनुमान लगाया जा रहा है। ये अनुमान फेस्टिव सीजन के लिए हो रहे एडवांस बुकिंग के आधार पर लगाया जा रहा है।