New Delhi : मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए विश्वामित्री नदी पर पुल का निर्माण पूरा

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नई दिल्ली : (New Delhi) मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना (Mumbai-Ahmedabad bullet train project) के तहत गुजरात के वडोदरा जिले (Vadodara district of Gujarat)में विश्वामित्री नदी पर पुल का निर्माण कार्य अब पूरा हो चुका है। यह पुल परियोजना के लिए गुजरात में निर्मित किए जाने वाले कुल 21 नदी पुलों में से 17वां है। यह पुल 80 मीटर लंबा है और पश्चिम रेलवे की वडोदरा-सूरत मुख्य लाइन के निकट स्थित है।

नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) (National High Speed Rail Corporation Limited) ने बुधवार को एक बयान में बताया कि इसके निर्माण में एसबीएस (स्पैन बाय स्पैन) विधि का उपयोग किया गया है। पुल के पियर्स की ऊंचाई 26 से 29.5 मीटर तक है और यह पुल 5.5 मीटर व्यास के तीन गोलाकार पियर्स से निर्मित है। प्रत्येक पियर 1.8 मीटर व्यास और 53 मीटर तक लंबाई वाले 12 पाइलों पर आधारित है।

पुल वडोदरा बुलेट ट्रेन स्टेशन से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और वडोदरा के शहरी परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा प्रतीक बनकर उभरा है। यह पुल वडोदरा के व्यस्त शहरी केंद्र से होकर गुजरता है, जिसके निर्माण के लिए असाधारण योजना और वडोदरा नगर निगम तथा अन्य स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय की आवश्यकता थी। वडोदरा जिले में पूरा किया गया दूसरा नदी पुल धाधर नदी (120 मीटर) पर है। बुलेट ट्रेन मार्ग के अंतर्गत वडोदरा के आसपास नौ अलग-अलग स्थानों पर विश्वामित्री नदी को पार किया जाएगा, जिसमें से मुख्य नदी पुल के अलावा तीन अन्य क्रॉसिंग पूरे हो चुके हैं। बाकी क्रॉसिंग पर निर्माण कार्य जारी है।

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर में कुल 25 नदी पुलों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें से 21 पुल गुजरात में और चार महाराष्ट्र (25 river bridges are being constructed in the Mumbai-Ahmedabad bullet train corridor, of which 21 bridges are in Gujarat and four in Maharashtra) में हैं। अब तक गुजरात में नियोजित 21 नदी पुलों में से 17 पुलों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इन पुलों का निर्माण विभिन्न नदियों पर किया गया है। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत नदी पुलों का निर्माण कार्य तेज़ी से जारी है और इस परियोजना का उद्देश्य क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर यातायात के लिए एक अत्याधुनिक और प्रभावी रेल नेटवर्क प्रदान करना है। इस पुल के निर्माण से बुलेट ट्रेन सेवा की प्रगति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।