नई दिल्ली : (New Delhi) केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) (सीबीआई) ने नीट यूजी प्रश्नपत्र लीक मामले में छह के खिलाफ दूसरा आरोपपत्र दाखिल किया है। यह आराेप पत्र पटना में सीबीआई मामलों की विशेष अदालत के समक्ष दाखिल किया गया है। सीबीआई ने शुक्रवार को यह जानकारी साझा की ।
सीबीआई के मुताबिक, यह दूसरा आरोप पत्र बलदेव कुमार उर्फ चिंटू , सनी कुमार , डॉ. अहसानुल हक (प्रधानाचार्य, ओएसिस स्कूल, हजारीबाग और हजारीबाग के सिटी कोऑर्डिनेटर) , मो. इम्तियाज आलम (उप-प्रधानाचार्य, ओएसिस स्कूल और केंद्र अधीक्षक) , जमालुद्दीन उर्फ जमाल (हजारीबाग के एक समाचार पत्र का रिपोर्टर) और अमन कुमार सिंह सहित छह आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ दायर किया गया है। सीबीआई ने इससे पहले 1 अगस्त को 13 आरोपितों के खिलाफ पहला आरोप पत्र दाखिल किया था।
सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), धारा 109 (उकसाना), धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात), धारा 420 (धोखाधड़ी), धारा 380 (चोरी), धारा 201 (साक्ष्यों को गायब करना) और धारा 411 (बेईमानी से चोरी की संपत्ति प्राप्त करना) के तहत आरोपपत्र दाखिल किया गया है। इसके अतिरिक्त ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. अहसानुल हक और उप-प्राचार्य मोहम्मद इम्तियाज आलम के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (2018 में संशोधित ) की धारा 13(2) सहपठित धारा 13(1)(ए) के तहत ठोस आरोप लगाए गए हैं।
सीबीआई की जांच में पता चला है कि ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉ. अहसानुल हक ने नीट यूजी 2024 परीक्षा के लिए हजारीबाग के सिटी कोऑर्डिनेटर के तौर पर उसी स्कूल के वाइस प्रिंसिपल और नीट यूजी 2024 परीक्षा के लिए केंद्र अधीक्षक मोहम्मद इम्तियाज आलम और अन्य आरोपितों के साथ मिलकर नीट यूजी प्रश्नपत्र लीक करने की साजिश रची थी।
सीबीआई के मुताबिक,अब तक इस नीट पेपर लीक मामले में कुल 48 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सीबीआई ने इस पेपर लीक के लाभार्थी उम्मीदवारों की भी पहचान कर ली है और आवश्यक कार्रवाई के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के साथ उनका विवरण साझा किया है। सीबीआई ने जारी एक बयान में कहा है कि शेष गिरफ्तार आरोपितों के संबंध में जांच और अन्य पहलुओं के संबंध में आगे की जांच जारी है।