मुंबई : (Mumbai) शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (President Uddhav Thackeray) 03 दिन की दिल्ली यात्रा के बाद मुंबई लौट आये हैं।इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेताओं से मुलाकात करके महाराष्ट्र के अगले चुनावों के बारे में रणनीतिक चर्चा की। उनके मुंबई लौटे पर भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि वे तीन दिन बाद दिल्ली से खाली हाथ लौटे हैं। कांग्रेस नेताओं के दर पर तीन दिनों तक चक्कर लगाने पर भी उद्धव ठाकरे को कुछ हासिल नहीं हो सका है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने के लिए 3 दिनों तक दिल्ली में रहे। कांग्रेस के हर नेताओं के घर जाकर उनसे मिले लेकिन इसके बाद भी उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी का मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया गया। दिल्ली में उद्धव ठाकरे को निराशा ही हाथ लगी है।
केशव उपाध्ये ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने हाल ही में अपने भाषण में अमित शाह की तुलना अब्दाली से की थी लेकिन जब अमित शाह भाजपा के अध्यक्ष थे तब भी वे मातोश्री पर चर्चा करने आए थे। 2019 में भाजपा ने सम्मानजनक तरीके से महाराष्ट्र में विधानसभा की 125 सीटें दीं थीं लेकिन तीन दिन तक दिल्ली में दर ब दर भटकने के बाद भी उद्धव ठाकरे को विधानसभा की 100 सीटें मिलने की उम्मीद नहीं है।