Mumbai Crime: पुलिस ने गावठी पिस्तौल और जिंदा कारतूस के जरिए व्यापारिक प्रतिद्वंद्वियों को झूठे अपराध में फंसाने की कोशिश को नाकाम कर दिया है। पुलिस (Police) ने इस मामले में 4 गावठी पिस्तौल और 59 जिंदा कारतूस जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। काशी मीरा पुलिस स्टेशन और क्राइम ब्रांच (Kashi Mira Police Station and Crime Branch) ने मिलकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
कैसे खुला मामला ?
पुलिस को सूचना मिली कि गोल्डन नेस्ट सर्कल के पास आलम स्टील एंड फर्नीचर में काम करने वाली इस्मा के पास एक बिना लाइसेंस वाली पिस्तौल और जिंदा कारतूस हैं। पूछताछ के बाद, फिरोज आलम शफीउल्लाह चौधरी के पास 1 गावठी पिस्तौल और 10 जिंदा कारतूस पाए गए, जबकि शाकिर अब्दुल वहाब चौधरी के पास 1 गावठी पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस पाए गए।
बिजनेस में हुआ घाटा
आरोपियों से आगे पूछताछ की गई तो पता चला कि अमन स्टील किचन इक्विपमेंट के मालिक फिरोज उर्फ इब्राहिम आलम शफीउल्लाह चौधरी, अनीस उर्फ मुन्ना खान और कामिल खान और शादाब स्टील के मालिक शादाब को बिजनेस में काफी घाटा हुआ। उन्हें सबक सिखाने के लिए चौधरी ने अपने पूर्व सहयोगी मुस्लिम से 6 ग्रामीण पिस्तौल और जिंदा कारतूस मांगे। इनमें से दो गावठी पिस्तौल और जिंदा कारतूस तीन दिन पहले अनीस उर्फ मुन्ना खान ने अपनी दुकान में रख दिए थे, जबकि दो पिस्तौल और 12 कारतूस एक बैग में रखकर वर्सोवा पुल से खाड़ी में फेंक दिए थे। साथ ही उसके पास मिले तमंचे और कारतूस वह एक-दो दिन में कामिल खां की दुकान में रखने वाला था। इसी तरह आरोपी ने कबूल किया कि वह दूसरे आरोपी शाकिर अब्दुल वहाब चिधारी के कब्जे से मिली पिस्टल और कारतूस को एक-दो दिन में शादाब की दुकान में रखने वाला था.
ये पुलिसकर्मी थे कार्रवाई में शामिल
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त अविनाश अंबुरे, परिमंडल-1 के पुलिस उपायुक्त प्रकाश गायकवाड़, अपराध शाखा कक्ष 1 के पुलिस निरी अविराज कुराडे, काशीमीरा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक राजेंद्र कांबले ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।