मुंबई : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बदलापुर के एक विद्यालय में लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार को बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर ऐसी कोई घटना हुई तो विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मंगलवार को यह भी निर्देश दिया कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए, ताकि आरोपियों से सख्ती से निपटा जा सके। बदलापुर घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने रेल रोको प्रदर्शन किया है। कई जगह पथराव होने की भी जानकारी मिली है।
ठाणे पुलिस आयुक्त क्षेत्र में बदलापुर पूर्व के एक प्रतिष्ठित स्कूल में दो बच्चियों के साथ हुई दरिंदगी की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने इस संबंध में पुलिस आयुक्त से भी चर्चा की है। इसके बाद संबधित पुलिस निरीक्षकों के तबादले किए गए हैं। इसके साथ ही विद्यालय की प्रधान अध्यापिका को भी निलंबित किया गया है। उन्होंने यह भी जांच करने का निर्देश दिया कि स्कूलों में सखी सावित्री समिति का गठन किया गया है या नहीं। मुख्यमंत्री ने तुरंत शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर से बातचीत की और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्थायी ठोस कदम उठाने को कहा।
उन्होंने छात्रों या अभिभावकों के लिए हर स्कूल में एक शिकायत पेटिका लगाने का सुझाव दिया। इसके अलावा छात्रों के लगातार संपर्क में रहने वाले स्कूल के कर्मचारियों पर कड़ी निगरानी रखने और उनकी पृष्ठभूमि की जानकारी रखने पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए, जहां छात्र या छात्राओं को कोई संदेह हो तो वह बिना किसी भय के वे विद्यालय के प्राचार्य, प्रधान अध्यापक या शिक्षक को बता सके। उन्होंने कहा कि प्रबंधन को तुरंत सभी स्कूलों के शिक्षकों और कर्मचारियों से बात करके उचित देखभाल करनी चाहिए। अगर प्रबंधन की गलती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।
बदलापुर के विद्यालय में छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार के बाद प्रधान अध्यापिका को निलंबित करने के बाद दो कर्मचारियों को भी बर्खास्त किया गया है।
इधर, बदलापुर घटना के विरोध में स्थानीय लोगों ने रेल रोको प्रदर्शन किया है। कई जगह पथराव होने की भी जानकारी मिली है। रेलवे पुलिस आयुक्त आंदोलनकारियों से संपर्क कर हालात पर काबू करने के प्रयास कर रहे हैं।