ग्वालियर : इस बार हस्त नक्षत्र और सिद्धि योग में मंगलवार को गंगा दशहरा मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्य डॉ. हुकुमचंद जैन ने कहा कि गंगा दशहरा हस्त नक्षत्र, सिद्धि योग, बड़े मंगलवार और बटुक भैरव जयन्ती के दिन पडऩे से इसकी विशेषता और अधिक बढ़ गई है। वहीं मंदिरों आदि में भी गंगा दशहरा को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस दिन सत्तू, शक्कर और फल आदि का दान किया जाएगा।
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि हस्त नक्षत्र में ही ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गंगा जी का अवतरण पृथ्वी पर हुआ था तब से लेकर आज तक ज्येष्ठ मास की दशमी तिथि को गंगा दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि यह दिन मोक्षदायिनी मां गंगा जी को समर्पित है। इस दिन गंगा नदी में स्नान, दान और उपवास रखने का विशेष महत्व है। मान्यता है कि जो गंगा दशहरा पर गंगाजल या गंगा नदी में स्नान और दान करता है उसके कई पाप खत्म हो जाते हैं। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि 29 मई 2023 को सुबह 11:49 बजे शुरू हो गई है और मंगलवार 30 मई को दोपहर 01:08 बजे खत्म होगी। उदया तिथि के अनुसार गंगा दशहरा 30 मई को मान्य रहेगा। उन्होंने कहा कि जो लोग गंगा नदी के तट पर जाकर स्नान दान नहीं कर सकते वो अपने घर पर ही जल में गंगा जल मिलाकर स्नान दान करे।