रामगढ़:(Ramgarh) जिले में एक बार फिर सरकारी खाते के चेक को क्लोन कर 32 लख रुपए की निकासी साइबर अपराधियों ने कर ली है। इस बार डीएमएफटी फंड से 32 लाख 21000 रुपए की निकासी फर्जी तरीके से कर ली गई है। इस मामले में रामगढ़ शहर के बैंक आफ इंडिया चट्टी बाजार शाखा के प्रबंधक नलिनी सिंह ने रामगढ़ थाने में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिक की दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट के खाते से क्लोन चेक के माध्यम से फर्जी निकासी की गई है। इस अवैध चेक से 32 लाख 21 हजार रुपए निकाले गए हैं।जबकि इन रूपों को निकालने के लिए आठ चेक का इस्तेमाल किया गया है।
फर्जी जितने चेक का इस्तेमाल किया गया है वह सारे ओरिजिनल चेक कार्यालय में ही मौजूद हैं। नलिनी सिंह ने रामगढ़ पुलिस को बताया है कि विशाल कुमार, मो फजलुर रहमान मलिक, एसके मोनिरुल इस्लाम और विजय कुमार नामक व्यक्ति के द्वारा फर्जी चेक का उपयोग करते हुए अलग-अलग बैंकों के खातों में इतनी मोटी रकम निकली गई है। बैंक मैनेजर नलिनी सिंह ने बताया कि रामगढ़ डीएमएफटी फंड के खाता संख्या 58891011008691 के 8 क्लोन चेक का उपयोग फर्जी तरीके से राशि निकासी के लिए इस्तेमाल की गई है। सभी चेक को 17, 18, 19 अगस्त को क्लियर कराया गया है।
फर्जीवाड़े की जानकारी 22 अगस्त को जिले के अधिकारियों को हुई। इसके बाद अधिकारियों द्वारा बैंक स्टेटमेंट चेक किया गया। तब मालूम पड़ा की आठ चेक फर्जी तरीके से निकल गए हैं। जबकि ओरिजिनल चेक डीएमएफटी कार्यालय में ही मौजूद है। पुलिस के अनुसार सभी चार व्यक्तियों द्वारा धोखाधड़ी व जालसाजी कर चेक का क्लोन तैयार किया गया और उस चेक को अलग-अलग बैंक खातों में क्लियर कर लिया गया है।
रामगढ़ जिले में देना बैंक का चेक क्लोन कर अपराधियों ने पहले भी लगभग 70 लाख रुपए की अवैध निकासी की थी। देना बैंक को बैंक ऑफ़ बड़ौदा में मर्ज किया गया था। इस अवधि में देना बैंक के चेक का इस्तेमाल भी हो रहा था। रामगढ़ अंचल कार्यालय के बैंक खाते से लगभग 70 लख रुपए डेढ़ वर्ष पहले अपराधियों ने निकाले थे। उस वक्त क्लोन चेक से निकले पैसे को देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग व्यक्तियों के नाम के खातों में डाला गया था।