रामगढ़ : आपने किस्से और कहानियों में यह सुना होगा की गुप्त स्थान पर रखा गया धन, मिट्टी हो गया। लेकिन रामगढ़ में यह मनगढ़ंत कहानी सच्ची घटना में तब्दील हो गई है। यहां एक घर के तिजोरी में रखा गया जेवर पत्थर में तब्दील हो गया है। प्रथम दृष्ट्या कोई भी इस बात पर भरोसा नहीं कर रहा। लेकिन जिस परिवार के साथ यह घटना घटी है, उसके होश उड़ गए हैं। उस परिवार ने रामगढ़ पुलिस को भी इस मामले की सूचना देकर उनके भी होश फाख्ता कर दिए हैं। परिवार वालों ने पुलिस से न सिर्फ इस मामले की जांच करने की मांग की, बल्कि तिजोरी में मिले पत्थरों की फोरेंसिक जांच करने की भी मांग कर डाली है।
रामगढ़ पुलिस को जबसे इस बात की सूचना मिली है, तब से जांच करने वाले अधिकारी भी परेशान हो गए हैं। क्योंकि उन्हें प्रथम दृष्ट्या जेवरों की अनुमानित राशि करोड़ों में बताई गई है। करोड़ों रुपए के जेवर अचानक से पत्थर में कैसे तब्दील हो गए और परिवार वालों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
यह घटना डीवीसी के मैनेजर रतन मोसेस के आवास पर घटी है। यह आवास डीवीसी कॉलोनी में है, जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। बाहरी व्यक्तियों का आना-जाना भी नहीं है। सबसे बड़ी बात यह है कि जिस तिजोरी में रखे गए जेवर पत्थर में बदले हैं, उस तिजोरी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। अगर इसे चोरी की घटना से जोड़कर देखा जाए, तो यह कल्पना कर पाना मुश्किल है कि चोर पत्थर लेकर क्यों जाएंगे? जबकि वे जेवर चुरा कर अपना काम खत्म कर सकते हैं। इस मामले में कितनी सच्चाई है और कितनी कहानी बनाई गई है इसका पता तो पुलिस की जांच से ही चलेगा।