आलोक गुप्ता
प्रयागराज : मकर संक्रांति वाले दिन जब पूरा सरकारी सिस्टम स्नानार्थियों की देखभाल में जुटा था, उसी समय मनबढ़ उचक्कों ने एक महिला परिचालक को चाकू दिखाकर बैग छीन लिया। सिविल लाइंस बस अड्डे पर यात्री बनकर बस में चढ़े बदमाशों ने महिला परिचालक का बैग छीना, जिसमें 3500 रुपये नगदी, टिकट निकालने वाली मशीन, मोबाइल आदि था। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश पैदल ही भाग निकले। इसके बाद पीड़िता परिचालक ने 112 पर सूचना दी। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर छानबीन की। हालांकि शुरुआत में सिविल लाइंस पुलिस मामले को मनगढ़ंत कहानी समझ रही थी, लेकिन बाद में देर रात अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
जानकारी के मुताबिक चारबाग लखनऊ डिपो की बस 15 जनवरी को दूसरे पहर सिविल लाइंस बस अड्डे पहुंची। सवारियां उतर चुकी थीं। चालक ने बस को घुमाकर बस अड्डे के गेट पर लगा दिया। चालक रामकिशोर यादव बस से उतर गया, जबकि परिचालक रंजना देवी बस में ही थी। इसी दौरान कुछ लोग बस पर चढ़े और परिचालक को चाकू की नोक पर लेते हुए उनका बैग छीन लिया।
वारदात के बाद रंजना ने तत्काल किसी की मदद से 112 पर फोन किया मौके पर आई पुलिस ने छानबीन की। इस दौरान पुलिस ने परिचालक रंजना के द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी चेक की, लेकिन पुलिस को कोई ठोस क्लू नहीं मिला। बाद में यह मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की। फिलहाल भीड़भाड़ वाले दिन महिला परिचालक के साथ हुई लूट की घटना की छानबीन में पुलिस लग गई है।