
पणजी: (PANAJI) गोवा के राज्यपाल पी एस श्रीधरन पिल्लई ने सोमवार को कहा कि जी 20 का ध्येय वाक्य ‘एक विश्व, एक परिवार और एक भविष्य’ ‘भारतीय’ अवधारणा से लिया गया है ।पणजी के समीप 23 वें राष्ट्रमंडल विधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रमंडल देशों को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए। इस सम्मेलन में 52 देशों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।पांच दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद पिल्लई ने कहा , ‘‘ बाली सम्मेलन में दिया गया जी 20 का ध्येय वाक्य ‘ एक विश्व, एक परिवार और एक भविष्य’ ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ की भारतीय अवधारणा पर आधारित है। मूल भारतीय गर्व से कहते हैं कि सभी तरफ से अच्छे विचार आने दें और हम उन्हें ग्रहण करने के लिए तैयार हैं।’’
राज्यपाल ने कहा कि सन् 1949 में संविधानसभा में इस बात पर बहस हुई कि भारत को राष्ट्रमंडल देशों में शामिल होना चाहिए या नहीं, और ‘‘सर्वसम्मति से यह तय किया गया कि भारत को राष्ट्रमंडल देशों से जुड़ना चाहिए।’’उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के चलते भारत और ब्रिटेन के बीच जो कटुता थी, उसकी जगह अब मैत्री ने ली है।