New Delhi : सेवी इंफ्रा की स्टॉक मार्केट में जोरदार एंट्री, फायदे में आईपीओ निवेशक

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नई दिल्ली : (New Delhi) नए प्रोजेक्ट्स के लिए फाउंडेशन तैयार करने वाली कंपनी सेवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स के शेयरों (Shares of Sevi Infra and Logistics) ने आज स्टॉक मार्केट में मजबूती के साथ एंट्री करके अपने आईपीओ निवेशकों को खुश कर दिया। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 120 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉर्म (SME platform of NSE) पर 13.75 प्रतिशत प्रीमियम के साथ इसकी लिस्टिंग 136.50 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के बाद खरीदारी के सपोर्ट से कंपनी के शेयरों को और मजबूती मिली। सुबह 11 बजे तक का कारोबार होने के बाद भी कंपनी के शेयर 143 रुपये के स्तर पर पहुंचे हुए थे। इस तरह शुरुआती डेढ़ घंटे के कारोबार में कंपनी के आईपीओ निवेशकों को 19.17 प्रतिशत का मुनाफा हो चुका है।

सेवी इंफ्रा एंड लॉजिस्टिक्स (Savvy Infra & Logistics) का 69.98 करोड़ रुपये का आईपीओ 21 से 23 जुलाई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 114.50 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (qualified institutional buyers) (QIBs) के लिए रिजर्व पोर्शन 93.02 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (non-institutional investors) (NIIs) के लिए रिजर्व पोर्शन में 196.44 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 91.62 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 58.32 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिये जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉरपोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी को 34 लाख रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2023-24 में बढ़ कर 9.87 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 23.88 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी के राजस्व में भी लगातार बढ़ोतरी हुई। 2022-23 में कंपनी को 6.19 करोड़ रुपये का राजस्व मिला, जो 2023-24 में बढ़ कर 101.62 करोड़ रुपये और 2024-25 में उछल कर 238.77 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।