
नयी दिल्ली: (New Delhi) कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों (Opposition parties including Congress) ने संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने और राहुल गांधी को मानहानि के मामले में सूरत की एक अदालत द्वारा दो साल की सजा सुनाए जाने से जुड़े घटनाक्रम पर आगे की रणनीति को लेकर शुक्रवार को चर्चा की।
सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दल अडाणी समूह के मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग पर एकजुट हैं।
विपक्षी दल, सांसद राहुल गांधी को सुनाई गई सजा के मामले को लेकर दिन में संसद भवन से विजय चौक तक मार्च भी करेंगे। कांग्रेस ने विपक्षी दलों की ओर से इस विषय पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का समय मांगा है।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई बैठक में खरगे के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के टी आर बालू, समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान और कुछ अन्य दलों के नेता शामिल हुए।
गत 13 मार्च से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा एवं राज्यसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही लगातार बाधित हुई तथा कोई अन्य महत्वपूर्ण विधायी कार्य नहीं हो सका।
विपक्षी दल अडाणी समूह के मामले में जेपीसी (संयुक्त संसदीय समिति) गठित करने की मांग पर अड़े हुए हैं। दूसरी तरफ, सत्तापक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लंदन में दिए गए एक बयान को लेकर उनसे माफी की मांग कर रहा है।