
पुरुषोत्तम कनौजिया
नवी मुंबई : दो साल से कोरोना महामारी के चलते ज्यादा उत्साह से त्योहार मनाने की अनुमति नहीं थी। सरकार ने त्योहार मनाने पर काफी नियम और शर्तें लागू कर दी थी। जिसके चलते नागरिक खुलकर त्योहार नहीं मना पा रहे थे। पिछली बार सरकार ने घरेलू गणेश प्रतिमा की ऊंचाई 2 फुट और सार्वजनिक गणेश प्रतिमा की ऊंचाई 4 फुट तक रखने की शर्त लगाई थी। उस नियम को वर्तमान सरकार ने इस साल हटा दिया है। इस साल ऊंचाई की सीमा हटने से गणेश पूजा करनेवाले लोगों से ज्यादा मूर्ति बनाने वाले लोग खुश हैं। महाराष्ट्र व्यावसायिक गणेश मंडल अध्यक्ष अभय म्हात्रे ने कहा कि पिछले दो वर्षों से ऊंचाई की सीमा होने के कारण हमे काफी नुकसान हो रहा था और कई लोगों की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण भी गणपति उत्सव नहीं मना पा रहे थे। हम जनवरी से ही काम शुरू कर देते हैं और जब गणपति के तीन महीने रह जाते हैं तभी से लोग बुकिंग करना शुरू कर देते हैं। शुरुआत में बुकिंग काफी धीमी थी लेकिन जैसे ही सरकार ने ऊंचाई की सीमा हटाई बुकिंग में काफी तेजी आई है। अब ज्यादातर ऊंची गणेश मूर्तियों की बुकिंग हो रही है। हालांकि सरकार को पीओपी पर भी जल्द से जल्द कोई उचित निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीओपी का केश कोर्ट में चल रहा है इसलिए जब तक केश का निपटारा नहीं हो जाता सरकार को बीच का रास्ता अपनाना चाहिए। ग्राहकों को भी पीओपी की मूर्तियां सस्ती पड़ती हैं और पानी में थोड़ी देर बाद घुल जाती हैं।