मुंबई : (Mumbai) पर्यावरण और स्वच्छता पर केंद्र और राज्य सरकारों के दिशा-निर्देशों के अनुसार, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत “प्लास्टिक मुक्त गांव” अभियान जिला परिषद ठाणे के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा। यह अभियान 22 मई से 5 जून 2025 तक विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से जन जागरूकता के साथ चलाया जाएगा।
इस अभियान की शुरूआत पर्यावरण शपथ लेकर की गई है तथा ठाणे जिला परिषद के माध्यम से ग्रामीणों से अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की जा रही है।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी छायादेवी शिसोदे ने आज कहा, “प्लास्टिक मुक्त गांवों की अवधारणा को साकार करने के लिए गांव स्तर पर सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता है। पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए प्रत्येक नागरिक को जिम्मेदारी से भाग लेना चाहिए। यह अभियान केवल एक पहल नहीं है, जिला परिषद इसे “प्लास्टिक मुक्त गांव” बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।”
ग्रामीण जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के प्रमुख प्रमोद काले ने कहा, “प्लास्टिक को खत्म करने के लिए इस अभियान के तहत विभिन्न गतिविधियाँ लागू की जाएँगी। खास तौर पर, ‘मासिक धर्म प्रबंधन दिवस’, ‘थीम वन अर्थ, वन हेल्थ’ जैसी गतिविधियों के ज़रिए स्कूलों, आँगनवाड़ियों और स्वास्थ्य केंद्रों के ज़रिए महिलाओं में स्वच्छता के प्रति जागरूकता पैदा की जाएगी। मेरा मानना है कि मीडिया और स्थानीय भागीदारी के ज़रिए इस अभियान का बड़ा असर होगा।
इसके अंतर्गत आज 22 मई 2025 पर्यावरण शपथ एवं जन जागरूकता रैली के उपरांत आगामी बुधवार 28 मई, 2025: मासिक धर्म प्रबंधन दिवस – स्कूलों की ओर से किशोरियों के लिए मार्गदर्शन किया जाएगा। 29 मई 2025: ‘थीम वन अर्थ, वन हेल्थ’ दिवस – योग दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियाँ होंगी। ग्राम सभा, रैलियां, प्रदर्शनियां, महिला स्वयं सहायता समूह, युवा मंडलों की भागीदारी से विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां इसमें शामिल हैं।