मुंबई : (Mumbai) हरियाणा में कांग्रेस को मिली पराजय के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर वे चाहते हैं तो यहां भी अकेले चुनाव लड़ें। शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राऊत (Shiv Sena UBT leader Sanjay Raut) ने कहा कि हरियाणा में अगर कांग्रेस ने अन्य समान विचारधारा वाले दलों को महत्व दिया रहता तो परिणाम अलग रहते। राऊत ने हरियाणा की जीत पर भाजपा को बधाई भी दी है।
संजय राऊत ने बुधवार को सुबह पत्रकारों को बताया कि हरियाणा में कांग्रेस पार्टी ने किसी भी समविचारी पक्ष के साथ गठबंधन नहीं किया था। साथ ही बहुत से निर्दलीय भी मैदान में थे। इसका खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ा। हालांकि कांग्रेस बहुमत से सिर्फ 9 सीट पीछे रह गई। हरियाणा चुनाव में भाजपा की रणनीति बहुत अच्छी रही, इसका फल उन्हें मिला। जो जीता वह सिकंदर , इसलिए वे भाजपा को बधाई देते हैं। संजय राऊत ने कहा कि हरियाणा चुनाव से बहुत कुछ सिखने को मिला है।
संजय राऊत ने कहा कि लोकसभा चुनाव में महाविकास आघाड़ी इंडिया एक साथ लड़ी थी, इसी वजह से नतीजे बेहतर रहे। राऊत ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि जहां वे मजबूत रहते हैं ,वहां किसी को महत्व नहीं देते और जहां कमजोर रहते हैं, वहां मिलकर चुनाव लड़ते हैं। महाविकास आघाड़ी में कोई छोटा बड़ा नहीं है। अगर कांग्रेस को लगता है तो वे अलग चुनाव लड़ सकते हैं। संजय राऊत ने आज फिर चुनाव पूर्व भावी मुख्यमंत्री की घोषणा का मुद्दा दोहराया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर चुनाव में उमर अब्दुल्ला चेहरा थे, लोगों ने उन्हें वोट दिया। संजय राऊत ने यह भी कहा कि हरियाणा की पुनरावृत्ति महाराष्ट्र में नहीं होगी। इसका कारण महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और शरद पवार मजबूत स्थिति में है।