मुंबई : शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता नीलम गोरहे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल होने की अफवाहों का रविवार को खंडन किया। राज्य विधानपरिषद की उपाध्यक्ष गोरहे ने कहा कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रति उनकी प्रतिबद्धता अटल है तथा वह भविष्य में उसके साथ ही रहेंगी। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की मीडिया में आई खबरों का खंडन करते हुए गोरहे ने एक बयान में कहा, ‘मैंने मुंबई दौरे पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात की थी। इसका कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं था।’ गोरहे ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा था कि उन्होंने श्रद्धा वालकर हत्या मामले पर ज्ञापन सौंपने के लिए बिरला से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें कार्रवाई का आश्वासन दिया है। पार्टी के नेता ने यह भी कहा था कि शिंदे और राज्य विधानसभा अध्यक्ष राहुल नर्वेकर भी बिरला से मिलने के लिए उपस्थित थे। इस मुलाकात ने इन अफवाहों को हवा दी कि गोरहे ने शिंदे से मुलाकात की तथा उपाध्यक्ष के तौर पर अपनी कुर्सी बचाने के लिए शिंदे गुट में शामिल होने की उनकी (गोरहे की) योजना है क्योंकि राज्यपाल द्वारा अपने कोटे से 12 सदस्यों को उच्च सदन में मनोनीत करने के बाद विधानपरिषद में शिंदे खेमा-भाजपा सदस्यों की संख्या बढ़ेगी।
खबरों में यह भी दावा किया गया था कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व को लेकर भी गोरहे नाखुश हैं।