मुंबई : मुंबई में जी 20 के तहत ग्लोबल पार्टनरशिप फॉर फाइनेंशियल इनक्लूजन (त्रक्कस्नढ्ढ) की बैठक में डिजीटल इंफ्रास्ट्रक्चर पर सेमिनार का आयोजन किया गया। यह बैठक 16 सितंबर तक मुंबई में आयोजित की जा रही है। बैठक में जीपीएफआई द्वारा कार्यान्वित की जा रही तीन-वर्षीय वित्तीय समावेशन कार्य योजना 2020 के शेष कार्य पर चर्चा शामिल होगी, जो अब अपने अंतिम वर्ष में है। इसके साथ ही डिजिटल वित्तीय समावेशन के साथ-साथ छोटे और मध्यम उद्यमों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
मुंबई में जी 20 की बैठक की शुरुआत आज एमएसएमई को सशक्त बनाने के लिए डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर एक सेमिनार से हुई । डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर और वित्तीय समावेशन जीपीएफआई वर्किंग ग्रुप के तहत भारत की जी20 प्रेसीडेंसी द्वारा आयोजित बैठक से संबंधित कार्यक्रमों की श्रृंखला में से एक है। वित्त मंत्रालय (आर्थिक मामले) के सचिव अजय सेठ, रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर, (अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम) के उपाध्यक्ष मोहम्मद गौलेद के साथ-साथ एलडीसी वॉच के वैश्विक समन्वयक और अमेरिका में नेपाल के पूर्व राजदूत डॉ. अर्जुन कुमार कार्की ने इस सेमिनार में अपने विचार प्रस्तुत किये। डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के माध्यम से एमएसएमई को सशक्त बनाने पर पहला सेमिनार एसएमई फाइनेंस फोरम के सीईओ मैथ्यू गेमर द्वारा संचालित किया गया था। सेमिनार में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिवसुब्रमण्यम रमन, भारतीय स्टेट बैंक के प्रबंध निदेशक अश्विनी कुमार तिवारी, सेहमा बी के सह-संस्थापक और सीईओ ने भाग लिया।
अगले दो दिनों में, ग्लोबल पार्टनरशिप फॉर फाइनेंशियल इंक्लूजन (जीपीएफआई) के सदस्य डिजिटल वित्तीय समावेशन के लिए जी-20 जीपीएफआई उच्च स्तरीय सिद्धांतों को लागू करने, वित्तपोषण योजनाओं को अपडेट करने और आम समस्याओं पर काबू पाने के लिए एसएमई सर्वोत्तम प्रथाओं और नवीन उपकरणों को लागू करने पर जीपीएफआई के काम पर चर्चा करेंगे। जीपीएफआई बैठक के हिस्से के रूप में, 16 सितंबर 2023 को “डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के माध्यम से वित्तीय समावेशन को आगे बढ़ाना: डिजिटल और वित्तीय साक्षरता और उपभोक्ता संरक्षण के माध्यम से उपभोक्ताओं को सशक्त बनाना” पर एक सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा।