मुंबई:(Mumbai) घााटकोपर होर्डिंग हादसे (Ghatkopar hoarding incident) में रेस्क्यू ऑपरेशन आखिरकार पूरा हो गया है। इस हादसे में कुल 16 लोगों की मौत हो गई है। यह जानकारी मुंबई नगर निगम आयुक्त भूषण गगरानी ने गुरुवार सुबह पत्रकारों को दी है ।
गगरानी ने बताया कि घाटकोपर होर्डिंग हादसे के बाद से ही पिछले तीन दिनों से एनडीआरएफ के जवान सेंसर और डॉग टीम की मदद से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही थी कि होर्डिंग्स के मलबे के नीचे कोई फंसा तो नहीं है। इस हादसे में दुर्भाग्यवश 16 लोगों की मौत हो गई है। ये रेस्क्यू ऑपरेशन अब पूरा हो गया है। इस अभियान में 60 घंटे में लगे। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में मुंबई नगर निगम, मुंबई पुलिस, एमएमआरडीए, एनडीआरएफ, महानगर गैस ने समन्वय बनाकर रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया है। दुर्घटना स्थल पर पूरी जांच की गई है, इसमें कोई अन्य व्यक्ति मलबे के नीचे दबा नहीं है। हालांकि मौके पर अब भी होर्डिंग का मलबा हटाने का काम चल रहा है। इस हादसे में मरने वालों के परिजनों को तत्काल सहायता उपलब्ध करायी जायेगी।
भूषण गगरानी ने बताया कि मुंबई में अनधिकृत होर्डिंग्स के मामले में कार्रवाई की जा रही है। होर्डिंग्स के लिए निर्धारित मानकों का पालन किया जाए। इनका फाउंडेशन, वेंटिलेशन सभी मानक तय हैं। उनका अवलोकन किया जाना चाहिए। रेलवे को भी इन मानकों का पालन करना अनिवार्य है। होर्डिंग लगाते समय अनुमति लेनी होगी। मुंबई नगर निगम आयुक्त भूषण गगरानी ने भी कहा है कि सभी नियमों का पालन किया जाना चाहिए। सभी होर्डिंग्स की संरचनात्मक स्थिरता अनिवार्य है। ढांचागत स्थिरता के बाद उन्हें नगर निगम में प्रमाणपत्र जमा करना होगा। इस हादसे में मुंबई पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। गगरानी ने बताया कि मुंबई में सभी लाइसेंस प्राप्त होर्डिंग्स का निरीक्षण भी चल रहा है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार को करीब सवा चार बजे घाटकोपर में इस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे के पास पेट्रोल पंप के पास लगा विशालकाय होर्डिंग तूफानी हवा के साथ आई बेमौसम बारिश में गिर गया था। इसके बाद फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ की टीमों ने मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू किया था। राहत और बचाव कार्य कर रही टीमों ने बीएमसी को बताया कि अब होर्डिं के मलबे के नीचे कोई दबा नहीं है। अभी मलबा हटाने का काम जारी है।