मुख्यमंत्री याेगी ने कहा, जीएसटी में मिली छूट से व्यापार, कृषि और घरेलू खर्च में बड़ा परिवर्तन
लखनऊ : (Lucknow) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (leadership of Prime Minister Narendra Modi, Union Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने जीएसटी के नए स्लैब की घोषणा की है। यह 22 सितंबर से लागू हो रही है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए पीएम मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री धन्यवाद देते हुए कहा कि इससे जीडीपी में बढ़ोतरी होगी और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
मुख्यमंत्री आवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जीएसटी काउंसिल ने अभी हाल ही में हुई बैठक में यह फैसला किया है। यह टैक्स रिफॉर्म का बहुत बड़ा हिस्सा (This represents a major part of tax reform) है। पीएम का देश की जनता को दीवाली का गिफ्ट है। जुलाई 2017 में जीएसटी लागू हुआ था। विभिन्न प्रकार के टैक्स से व्यापारी परेशान होता था। जीएसटी ने अलग-अलग प्रकार टैक्स को रिफॉर्म करके कदम उठाया था। उसका परिणाम था कि जीएसटी का पंजीकरण बढ़ा। 2017 के बाद का टैक्स के क्षेत्र में सबसे बड़ा रिफॉर्म अब हुआ है। अब केवल दो पांच फीसदी और 12 फीसदी जीएसटी रखा गया है। बाकी दो स्लैब खत्म कर दिया गया है। इससे देश के लोगों को बहुत बड़े स्तर पर लाभ होगा। रसोई, घर से लेकर व्यापार क्षेत्र के लोग को बड़ी राहत मिलेगी। जनता को राहत मिलने जा रही है। रोजमर्रा के खर्च पर असर पड़ेगा। पूंजी की बचत होगी। ट्रैक्टर, टायर समेत कृषि क्षेत्र के अन्य वस्तुओं में जीएसटी पांच फीसदी कर दिया गया। स्वास्थ्य बीमा पर जीएसटी खत्म कर दिया गया। वाहन की खरीद फरोख्त पर भी 10 फीसदी की कमी की गई है। स्टेशनरी पर छूट दी गयी है। तम्बाकू, पान मसाला समेत लग्जरी उत्पाद पर 40 फीसदी तक जीएसटी रखा गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जीएसटी आने के पहले और आने के बाद काफी बदलाव हुआ (significant changes have occurred before and after the introduction of GST) है। इस वर्ष पांच माह में 10 लाख करोड़ जीएसटी संग्रह किया गया है। यूपी में लागू होने से पहले 65 लाख पंजीकरण कराकर लोग जीएसटी दे रहे थे। अब 1 करोड़ से अधिक जीएसटी में पंजीकरण है। नई जीएसटी व्यवस्था लागू होने से जीडीपी में बढ़ोतरी होगी। अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी। जीएसटी लागू होने से पहले 17 अलग-अलग कर था। जीएसटी ने पूरे देश में माल की आवाजाही एक कोने से दूसरे कोने में ले जा सकते हैं। आजादी के बाद यह टैक्स व्यवस्था सबसे सुदृढ़ है। 2014 के पहले भारत का टैक्स संग्रह 5.44 लाख करोड़ होता था। वर्ष 23-24 में अब 22 लाख 25 हजार करोड़ पहुंचा है। 11 साल में वृद्धि का परिणाम यह है कि हाइवे का निर्माण 91 हजार किमी. से बढ़ाकर 1 लाख 46 हजार किमी. पहुंच गया है। वंदे भारत ट्रेन आज चल रही है। एयरपोर्ट की संख्या 74 से बढ़ कर 164 हो गयी है। मेट्रो नेटवर्किंग में वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका लाभ उत्तर प्रदेश को भी मिल रहा है। डेढ़ एक्सप्रेस वे से सात एक्सप्रेस वे बनाने में हमें सफलता (succeeded in building seven expressways from one and a half expressways) मिली है। 2017 से पहले दो एयरपोर्ट थे। आज 16 एयरपोर्ट संचालित कर रहे हैं। आज देश का सबसे बेहतरीन नेटवर्क यूपी के पास है। इस नई व्यवस्था के लिए पीएम मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत पूरी टीम को बधाई। इस मौके पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहे।