Kathmandu : नेपाल ने अपने दो नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए भारत से नए एयर रूट देने की मांग की

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काठमांडू : (Kathmandu) नेपाल ने भारत से अपने दो नए अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए नए एयर रूट (new air routes from India for its two new international airports) की मांग को फिर से आगे बढ़ाया है। पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा तथा भैरहवा स्थित गौतम बुद्ध अंतरराष्ट्रीय हवाई से उड़ान संचालन के लिए एयर रूट देने की मांग की है।

जापान में नागरिक उड्डयन महानिदेशकों (डी.जी.सी.ए.) के 60वें सम्मेलन के दौरान नेपाल के डी.जी.सी.ए. प्रदीप अधिकारी और भारत के डी.जी.सी. ए. फैज अहमद किदवई (Nepal’s DGCA Pradeep Adhikari and India’s DGCA Faiz Ahmed Kidwai) के बीच एक द्विपक्षीय बैठक हुई। इस वार्ता में दोनों देशों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में नेपाल के दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए हवाई मार्ग समन्वय और संचालन के लिए भारत से सहयोग का आग्रह किया गया है।

नेपाल के डीजीसीए प्रदीप अधिकारी (Nepal’s DGCA Pradeep Adhikari) ने बताया कि अपने भारतीय समकक्ष के साथ नए एयर रूट के अलावा भारत के विभिन्न शहरों से पोखरा और लुंबिनी के लिए सीधी उड़ान शुरू करने का प्रस्ताव दिया है। नेपाल के तमाम सरकारी प्रयास के बावजूद निर्माण के पांच वर्षों के बाद भी इनका नियमित संचालन शुरू नहीं हो पाया है। इन दोनों विमान स्थलों का निर्माण चीन ने किया है। पोखरा हवाई अड्डे का निर्माण चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत ऋण लेकर हुआ है, जबकि भैरहवा हवाई अड्डे का निर्माण एशियाई विकास बैंक के ऋण पर चीनी कंपनी ने किया है।

नेपाल को उम्मीद थी कि ये उपाय नव निर्मित अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों की ओर वाहकों को आकर्षित करेंगे और काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Kathmandu’s Tribhuvan International Airport) पर भीड़भाड़ को कम करेंगे। हालांकि, विमानन अधिकारी स्वीकार करते हैं कि चल रहे ऑफ-सीजन और सीमित प्रत्यक्ष हवाई मार्गों ने विदेशी एयरलाइनों को नियमित सेवाएं शुरू करने से हतोत्साहित किया है। भैरहवा और पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे दोनों का निर्माण अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात को विकेंद्रीकृत करने और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया था, लेकिन अपने उद्घाटन के बाद से उन्होंने निरंतर अंतरराष्ट्रीय संचालन को बनाए रखने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।