हैदराबाद: (Hyderabad) भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की बुधवार को खम्मम में होने जा रही रैली के जरिये तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव का लक्ष्य स्थानीय स्तर पर पार्टी को मजबूती प्रदान करने के साथ-साथ राष्ट्रीय राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना है।दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन और भाकपा के डी. राजा खम्मम शहर में बीआरएस की बैठक के दौरान राव के साथ मंच साझा करेंगे।जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच.डी. कुमारस्वामी के कार्यालय ने कहा है कि कर्नाटक में अपनी ‘पंचरत्न रथ यात्रा’ के कारण कुमारस्वामी बीआरएस की बैठक में शामिल नहीं हो सके हैं और उन्होंने इस बारे में उन्हें सूचित किया है।
टीआरएस पार्टी (बीआरएस में परिवर्तित होने से पूर्व) ने 2018 के विधानसभा चुनाव में अविभाजित खम्मम जिले की 10 में से केवल एक सीट हासिल की थी। 2018 में कांग्रेस ने सात जबकि तेलुगु देशम पार्टी को दो सीटें मिली थीं। हालांकि, कांग्रेस के छह और तेदेपा के दो सदस्य बाद में टीआरएस में शामिल हो गए।राजनीतिक विश्लेषक तेलकपल्ली रवि के अनुसार, राव को भाजपा की ताकत गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा जैसे दिग्गजों से मुकाबला करने के लिए एक राष्ट्रीय छवि बनाने की भी जरूरत है।
रवि ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हम इसे एक प्रारंभिक उपलब्धि कह सकते हैं। बीआरएस का कार्यक्षेत्र और गढ़ तेलंगाना है। इसलिए अगला विधानसभा चुनाव जीतना पार्टी के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम है।’’पूर्व विधान पार्षद और राजनीतिक विश्लेषक प्रोफेसर के नागेश्वर ने कहा कि राव का उद्देश्य इन नेताओं की उपस्थिति के साथ अपनी राष्ट्रीय पहुंच को मजबूती प्रदान करना है। खम्मम की रैली से राव अपनी भाजपा विरोधी जंग को और तेज करेंगे।उन्होंने कहा कि बीआरएस आंतरिक तौर पर गंभीर मतभेद का भी सामना कर रही है। खम्मम के मजबूत नेता और पूर्व लोकसभा सांसद श्रीनिवास रेड्डी बीआरएस छोड़कर भाजपा का दामन थामने के लिए तैयार हैं।