देहरादून : पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की पोती ने मंगलवार को ससुराल वालाें पर दहेज उत्पीड़न और पीटने के मामले में पुलिस पर पक्षपात करने का गंभीर आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी आरोपित पक्ष के दबाव में काम कर रही है।
मंगलवार को राजपुर रोड स्थित रिजॉर्ट में वीपी सिंह की पोती आद्रिजा मंजरी ने पत्रकारों से बातचीत में यह बातें कहीं। इस दौरान पोती आद्रिजा ने बताया कि उड़ीसा के पूर्व मुख्यमंत्री राजेन्द्र सिंह के पोते से उनकी शादी नवम्बर 2017 में हुई थी और पारिवारिक जीवन ठीकठाक चल रहा था। उनका आरोप है कि पति और ससुराल वालों ने शादी के कुछ दिन बाद ही दहेज के लिए उनका मानसिक उत्पीड़न करने लगे।
पीड़िता ने बताया कि 13 मई को उनके साथ देहरादून के राजपुर स्थित मकान में धक्का मुक्की, गाली-गलौज के साथ जान से मारने की नीयत से हमला किया गया। इस संबंध में राजपुर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई और उस आधार पर मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। मुकदमे में दहेज उत्पीड़न की धाराएं नहीं जोड़ी गई हैं। इससे साफ लगता है कि पुलिस आरोपित पक्ष का बचाव कर हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर बचाने का काम कर ही है।
उन्होंने कहा कि पुलिस के एक वरिष्ठ आईपीएस का उनके जेठ से दोस्ती है, वे लगातार इस मामले में हस्तक्षेप कर रहे हैं और कार्रवाई नहीं होने दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में पहले ही उन्हाेंने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर विषय को रखा है और मुख्यमंत्री से सहयोग का पूरा आश्वासन मिला है। मुख्यमंत्री से मिलने के बाद जब लौटीं तो गार्ड ने पति अरकेश नारायण और मैनेजर हरि सिंह के कहने पर घर में ताला लगा दिया और उन्हें अंदर जाने नहीं दिया। पौने एक घंटे के बाद जब वह घर में दाखिल हुईं तो हरि सिंह, अरकेश नारायण, अनंग उदय सिंह और कलिकेश नारायण के इशारे पर रविता व अन्य के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की गई। हमारे ही घर में दूसरे से मुझे से परेशान करवाया जा रहा है।
पीड़िता ने एसएसपी से इस मामले में सही और निष्पक्ष जांच की मांग के साथ ही सुरक्षा के लिए महिला पुलिस की भी मांग की है। इसके बावजूद पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती तो वह इस मामले को उच्च स्तर तक लेकर जाएंगी।
गौरतलब है कि अरकेश नारायण सिंह का राजपुर क्षेत्र में मकान है। आद्रिजा मंजरी सिंह की तहरीर पर पति, ससुर समेत पांच व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज किया है।
इस संबंध में पीड़ित के पति अरकेश नारायण सिंह का कहना है कि उनकी पत्नी और उनकी पत्नी की बहन और उनके पिता अजय सिंह दो साल से उनके यहां रह रहे हैं। सहारनपुर के कुछ भूमाफिया का उनके साथ मिलकर घर पर कब्जा करना चाह रहे हैं। उन्हें उत्तराखंड सरकार पर विश्वास है, वह सही तरीके से जांच करेगी।
उनकी पत्नी कुछ बड़े आईपीएस का नाम लेकर प्रशासन पर दबाव बना रही है। बार-बार हुई जांच पर वह प्रश्न उठाती हैं। अगर एफआईआर पंजीकृत हुई है तो एक ही तरफ हम पर ही हुई है,जबकि उन्हाेंने भी पुलिस में शिकायत की है।