spot_img
HomelatestBHUBANESWAR: विश्व कप हॉकी : न्यूजीलैंड के खिलाफ करो या मरो मैच...

BHUBANESWAR: विश्व कप हॉकी : न्यूजीलैंड के खिलाफ करो या मरो मैच में भारत की अग्रिम पंक्ति को दिखाना होगा दम

भुवनेश्वर:(BHUBANESWAR) वेल्स की अपेक्षाकृत कमजोर टीम के खिलाफ लचर प्रदर्शन करने के कारण क्वार्टर फाइनल में सीधे प्रवेश करने में नाकाम रही भारतीय टीम को एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप (FIH Men’s Hockey World Cup) में अगर अपनी संभावनाएं जीवंत रखनी है तो उसे रविवार को यहां न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले क्रॉसओवर मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।

भारत को सीधे क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए पूल डी के अपने अंतिम मैच में वेल्स पर आठ गोल के अंतर से जीत दर्ज करने की जरूरत थी लेकिन भारतीय फॉरवर्ड अच्छा खेल नहीं दिखा पाए और भारत आखिर में यह मैच 4-2 से ही जीत पाया।

भारत को अब क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए न्यूजीलैंड को हर हालत में हराना होगा जो पूल सी में तीसरे स्थान पर रहा था।

भारत अभी विश्व रैंकिंग में छठे स्थान पर जबकि न्यूजीलैंड 12वें स्थान पर है। न्यूजीलैंड की टीम अभी तक कभी विश्वकप के सेमीफाइनल में नहीं पहुंची है। उसने टूर्नामेंट में अभी तक कोई खास प्रदर्शन नहीं किया है और ऐसे में कलिंग स्टेडियम में होने वाले मैच में भारतीय टीम जीत के प्रबल दावेदार के रूप में शुरूआत करेंगी।

मिडफील्डर हार्दिक सिंह के चोटिल होने के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो जाने से भारत को करारा झटका लगा है। हार्दिक इंग्लैंड के खिलाफ 15 जनवरी को खेले गए मैच के दौरान चोटिल हो गए थे। भारतीय अग्रिम पंक्ति पहले ही संघर्ष कर रही है और ऐसे में हार्दिक का चोटिल होना उसके लिए बड़ा झटका है।

भारत यदि न्यूजीलैंड को हरा देता है तो क्वार्टर फाइनल में उसका सामना मौजूदा चैंपियन बेल्जियम से होगा।

स्पेन के खिलाफ भारत की जीत में अकेले दम पर गोल दागने वाले हार्दिक की जगह राजकुमार पाल को टीम में लिया गया है। हार्दिक वेल्स के खिलाफ मैच में नहीं खेल पाए थे।

इंग्लैंड और स्पेन ने वेल्स को करारी शिकस्त दी थी लेकिन भारतीय टीम को उसके खिलाफ संघर्ष करना पड़ा क्योंकि अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाए थे।

वेल्स के खिलाफ मैच में भारत शुरू से ही अपनी रणनीति के अनुसार नहीं चल पाया। अग्रिम पंक्ति के अलावा रक्षापंक्ति भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई और उसने उस टीम के खिलाफ दो गोल गंवाए जो विश्व रैंकिंग में 14वें स्थान पर काबिज है।

हार्दिक सिंह की अनुपस्थिति में मनदीप सिंह और आकाशदीप जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन भारत के लिए अहम होगा। भारत निश्चित तौर पर इस मैच में जीत के प्रबल दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा लेकिन न्यूजीलैंड की टीम को किसी भी मायने में कम करके नहीं आंका जा सकता है।

भारत ने पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में इसी मैदान पर न्यूजीलैंड को एफआईएच प्रो लीग के दो मैचों में 4-3 और 7-4 से हराया था। न्यूजीलैंड को हालांकि कड़ी चुनौती पेश करने वाली टीम माना जाता है। भारतीय कोच ग्राहम रीड ने भी कहा कि न्यूजीलैंड को कम करके नहीं आंका जा सकता है।

रीड ने कहा,‘‘ न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच आसान नहीं होगा। एफआईएच प्रो लीग के पहले मैच में उन्होंने कड़ी चुनौती पेश की थी हालांकि दूसरा मैच थोड़ा आसान रहा था। हमें अपना सर्वश्रेष्ठ खेल खेलना होगा।’’

इन दोनों टीम के बीच अभी तक कुल 44 मैच खेले गए हैं जिसमें से भारत ने 24 में जीत दर्ज की जबकि 15 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा। पांच मैच ड्रॉ रहे। न्यूजीलैंड ने भारत को आखिरी बार 2019 में हराया था।

न्यूजीलैंड पूल सी के अपने अंतिम मैच में मलेशिया से 2-3 से हार गया था। उसने टूर्नामेंट में पहली बार भाग ले रहे चिली को 3-1 से हराया था लेकिन नीदरलैंड के खिलाफ उसे 0-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।

न्यूजीलैंड के पास कुछ विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं और भारत को उन पर पार पाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। डिफेंडर ब्लेयर टैरेंट, मिडफील्डर निक रॉस और अनुभवी स्ट्राइकर साइमन चाइल्ड न्यूजीलैंड के प्रमुख खिलाड़ी हैं।

भारत: हरमनप्रीत सिंह (कप्तान), अभिषेक, सुरेंद्र कुमार, मनप्रीत सिंह, जरमनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, ललित उपाध्याय, कृष्ण पाठक, नीलम संजीप, पीआर श्रीजेश, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, वरुण कुमार, आकाशदीप सिंह, अमित रोहिदास, विवेक सागर प्रसाद, सुखजीत सिंह।

न्यूजीलैंड: निक वुड्स (कप्तान), डोम डिक्सन, डेन लेट, साइमन चाइल्ड, निक रॉस, सैम हिहा, किम किंग्स्टन, जेक स्मिथ, सैम लेन, साइमन योरस्टन, ऐडन सारिकाया, जो मॉरिसन, लियोन हेवर्ड, केन रसेल, ब्लेयर टैरंट , सीन फाइंडले, हेडन फिलिप्स, चार्ली मॉरिसन।

spot_imgspot_imgspot_img
इससे जुडी खबरें
spot_imgspot_imgspot_img

सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली खबर