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India Ground Report

रोजाना एक कविता : आज पढ़ें गुलज़ार हुसैन की कविता ‘जिस नदी से मुझे प्यार था’

https://youtu.be/tKW5lTVRPI8 जिस नदी से मुझे प्यार था भले मुझे तैरना नहीं आता थाफिर भी उस नदी से मुझे प्यार थानदी की लहरों, उसमें हिलती डुलती नावों...

सरगोशियां : सभ्यता और संस्कृति …

रंजनहर सुसभ्य आदमी सुसंस्कृत ही होता है, ऐसा नहीं कहा जा सकता; क्योंकि अच्छी पोशाक पहनने वाला आदमी भी तबीयत से नंगा हो सकता...

motivational story: गुरू – भक्ति से मन की शुद्धि

नरेन डे(motivational story:) (स्वामी विवेकानंद) अपने छात्र जीवन में आर्थिक विषमता से जूझ रहे थे। एक दिन उन्होंने अपने गुरू परमहंस रामकृष्ण से कहा-...

आत्माएं भाव की भूखी होती हैं…

आत्माएं भाव की भूखी होती हैं और उसी भाव से आत्मविश्वास पनपता है। भाव बहुत महत्वपूर्ण है।आज माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला के बारे...

तुम्हे प्यार करने से ज्यादा मुश्किल है

https://youtu.be/l1j_K_hZLGA तुम्हे प्यार करने से ज्यादा मुश्किल हैतुम पर कविता लिखना। तुम्हे थोड़ा सरल हो जाना चाहिएतुम तो जानती ही हो कि मुझे गणित बिल्कुल नहीं...

रोजाना एक कविता : रूसी भाषा के जानकार पत्रकार कमाल खान को श्रद्धांजलि देते हुए पढ़िए रूसी कवि काएसिन कुलिएव की कविता ‘आदमी लौटकर...

सुबह चली जाती हैऔर फिर लौटती हैदिन जाता है और फिर आता हैबारी आने पररात जाते है और लौट आती है फिर दिन ढलनेपर...

Khana Khajana: मकर संक्रांति की स्पेशल पंचमेल दाल खिचड़ी

(Khana Khajana)भारतीय संस्कृति में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन वैसे तो कई पकवान बनाए जाते हैं, पर सबसे खास जो बनाया...

शोर के बीच खत्म हो गई सुकूनबख्श आवाज़

'कुछ पत्थर यहाँ गिरे, कुछ वहाँ गिरे…लेकिन इन पत्थरों को शायद पता भी न होगा कि वे हिंदुओं के सिर पर गिरे या मुसलमानों...

रोजाना एक कविता : आज पढ़ें सपना भट्ट की कविता दस्तक

यह जानते हुए भीकि हर बन्धन एक बाधा हैमैं तुम तक आई। मैं तुम तक आईमर्यादा की लंबी दूरी तय करकेछिलते कंधों , छूटती चप्पलों...

बचपन

पांचवीं तक घर से तख्ती लेकर स्कूल गए थे…स्लेट को जीभ से चाटकर अक्षर मिटाने की हमारी स्थाई आदत थी इस पापबोध के साथ...

रोजाना एक कविता : आज पढ़ें प्रवीण फ़क़ीर की गज़ल सरहद

हम समझते थे कि बच्चा ये खिलाड़ी हो गया।खेल ऐसा खेल बैठा …….के जुआरी हो गया।। सोचने की बात है ये क्यों हुआ……कैसे हुआ,इक नमाजी...

सरगोशियां में पढ़िए किशोर चौधरी द्वारा लिखित ‘छीजने की आहट’

मन एक तमाशा है जो अपने प्रिय जादूगर का इंतज़ार करता है। शाम से बालकनी में बैठे हुए सुनाई पड़ता है। तुम कितने कोमल हो सकते...

प्रेरक प्रसंग : ज्ञान की सार्थकता

डॉक्टर अल्बर्ट श्‍वाइट्जर अमेर‍िका में अपना आश्रम बनवा रहे थे, जहां उनकी योजना अपना ज्ञान और अनुभव युवाओं में बांटने की थी। आश्रम के...

लघुकथा: दार्शनिक और मोची

एक दार्शनिक फटे जूते लेकर एक मोची की दुकान पर आया और मोची से बोला, "जरा इनकी मरम्मत तो कर दो।"मोची ने कहा, "अभी...