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India Ground Report

मुंशी प्रेमचंद जयंती : राष्ट्रीय संगोष्ठी में बोले एक्सपर्ट- आज भी चर्चा में हैं प्रेमचंद की रचनाएँ और उनके पात्र

प्रेमचंद के उपन्यास गोदान का होरी हो या निर्मला अथवा अन्य कोई पात्र, प्रेमचंद की रचनाएँ और उनके द्वारा रचित पात्र समकालीन होने के...

मुझे तीन दो शब्द

मुझे तीन दो शब्द कि मैं कविता कह पाऊँ।एक शब्द वह जो न कभी जिह्वा पर लाऊँ,और दूसरा : जिसे कह सकूँकिंतु दर्द मेरे...

मुसकुरा दी थीं क्या तुम प्राण

मुसकुरा दी थीं क्या तुम, प्राण!मुसकुरा दी थीं आज विहान? आज गृह वन उपवन के पासलोटता राशि राशि हिम-हास,खिल उठी आँगन में अवदातकुन्द कलियों की...

कृति सेनन द्वारा बताये योग के नियम : ऐसे जीत जाएंगे लॉकडाउन

योग के आठ अंग है, यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि। यम के पांच उपांग है- अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और...

ये दिया कैसे जलता रह गया

https://www.youtube.com/watch?v=ctD1WtdrlaM आप को देख कर देखता रह गयाक्या कहुँ और कहने को क्या रह गया आते आते मेरा नाम सा रह गयाउसके होठों पे कुछ कांपता...

प्रतिध्वनि

सुने वन-जंगल में कोई रोये-चीखे जब हैवानगूंज उठे यदि तुरही कोई या आये भारी तूफ़ानकहीं किसी टीले के पीछे गाये युवती मधुमय गान -सब...

अगर चांद मर जाता

https://www.youtube.com/watch?v=Hae0jDpsbFQ खोजते सौन्दर्य नया?देखते क्या दुनिया को?रहते क्या, रहते हैंजैसे मनुष्य सब?क्या करते कविगण तब? प्रेमियों का नया मानउनका तन-मन होताअथवा टकराते रहते वे सदाचांद' से,...

दिलीप कुमार का बिदा होना एक पारिवारिक क्षति : शहनाज़ हुसैन

हिंदी सिनेमा के सुपर स्टार दिलीप साहिब का इस दुनिया से बिदा होना मेरे लिए एक पारिवारिक क्षति है। वह एक महान और सरल...

अभिशप्त

https://youtu.be/BipVI31nH7U पर्वत न हुआ, निर्झर न हुआसरिता न हुआ, सागर न हुआ,क़िस्मत कैसी ! लेकर आयाजंगल न हुआ, पातर न हुआ ।जब-जब नीले नभ के नीचेउजले...

मैं खड़ा रहा वैसे ही

https://youtu.be/IIERDEtlrSU मन की धूपकब की भटक गई अनजान गलियों मेंमन का हाहाकार स्तब्धभीतर-भीतर कंठ दाब दियाबाहर यह अशोक फूला हैबाहर दूर्वा का मुकुट पहन राह...

क्या हुआ यदि

https://youtu.be/hlhucNo5am0 तो क्या हुआ यदि मैं जगत में रह गया अपदार्थराष्ट्र के, संसार के, परिवार के कुछ काम आया मैं नहीं।हर्ज क्या यदि कुछ भी...

चाव तो हर क्षण जगे

https://youtu.be/aHpQifubIjU घाव तो अनगिन लगेकुछ भरे, कुछ रिसते रहे,पर बान चलने की नहीं छूटी !चाव तो हर क्षण जगेकुछ कफ़न ओढ़े, किरन से सम्बन्ध जोड़े,आस जीवन...

प्रेरक प्रसंग : ज्ञान की सार्थकता

डॉक्टर अल्बर्ट श्‍वाइट्जर अमेर‍िका में अपना आश्रम बनवा रहे थे, जहां उनकी योजना अपना ज्ञान और अनुभव युवाओं में बांटने की थी। आश्रम के...

लघुकथा: दार्शनिक और मोची

एक दार्शनिक फटे जूते लेकर एक मोची की दुकान पर आया और मोची से बोला, "जरा इनकी मरम्मत तो कर दो।"मोची ने कहा, "अभी...