https://www.youtube.com/watch?v=ctD1WtdrlaM
आप को देख कर देखता रह गयाक्या कहुँ और कहने को क्या रह गया
आते आते मेरा नाम सा रह गयाउसके होठों पे कुछ कांपता...
https://www.youtube.com/watch?v=Hae0jDpsbFQ
खोजते सौन्दर्य नया?देखते क्या दुनिया को?रहते क्या, रहते हैंजैसे मनुष्य सब?क्या करते कविगण तब?
प्रेमियों का नया मानउनका तन-मन होताअथवा टकराते रहते वे सदाचांद' से,...
https://youtu.be/BipVI31nH7U
पर्वत न हुआ, निर्झर न हुआसरिता न हुआ, सागर न हुआ,क़िस्मत कैसी ! लेकर आयाजंगल न हुआ, पातर न हुआ ।जब-जब नीले नभ के नीचेउजले...
https://youtu.be/IIERDEtlrSU
मन की धूपकब की भटक गई अनजान गलियों मेंमन का हाहाकार स्तब्धभीतर-भीतर कंठ दाब दियाबाहर यह अशोक फूला हैबाहर दूर्वा का मुकुट पहन राह...
https://youtu.be/aHpQifubIjU
घाव तो अनगिन लगेकुछ भरे, कुछ रिसते रहे,पर बान चलने की नहीं छूटी !चाव तो हर क्षण जगेकुछ कफ़न ओढ़े, किरन से सम्बन्ध जोड़े,आस जीवन...