दीर्घकालिक एथलीट विकास और पूर्वोत्तर में खेल सशक्तिकरण पर दिया जोर
अगरतला : (Agartala) केंद्रीय युवा कार्य और खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे (Raksha Khadse) मंगलवार को त्रिपुरा के दौरे पर रहीं। अपने ‘पूर्वोत्तर संपर्क सेतु’ (‘Northeast Sampark Setu’) कार्यक्रम के अंतर्गत उन्होंने खेल प्राधिकरण (साईं) द्वारा संचालित स्पोर्ट्स ट्रेनिंग सेंटर (एसटीसी), अगरतला का आकस्मिक दौरा किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र में उपलब्ध प्रशिक्षण सुविधाओं, कोचों की मेहनत और खिलाड़ियों की प्रगति का बारीकी से अवलोकन किया।
साईं-एसटीसी अगरतला, विशेष रूप से जिमनास्टिक प्रशिक्षण के लिए प्रसिद्ध है, जहां चयनित युवा एथलीट गहन प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। राज्य सरकार के सहयोग से स्थापित यह केंद्र पूर्वोत्तर भारत के खेल विकास की रीढ़ के रूप में देखा जाता है। मंत्री ने प्रशिक्षण उपकरणों, हॉस्टल सुविधाओं, खिलाड़ियों के आहार, चिकित्सा और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित सेवाओं का गहन निरीक्षण किया।
मंत्री ने खिलाड़ियों से सीधा संवाद भी किया और उनके सपनों, चुनौतियों और आकांक्षाओं को जानने का प्रयास किया। कई युवा खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने की अपनी महत्वाकांक्षाएं साझा कीं। इस पर भावुक प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री खडसे ने कहा, “इन युवाओं में भारत का उज्ज्वल भविष्य है। केंद्र सरकार इनकी सफलता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
उन्होंने देश के दीर्घकालिक विकास लक्ष्य ‘इंडिया@2047’ (long-term development goal ‘India @ 2047’) के तहत खेल क्षेत्र को एक प्रमुख स्तंभ बताया और कहा कि साईं केंद्रों के माध्यम से जमीनी स्तर से खिलाड़ियों को तैयार कर अंतरराष्ट्रीय मंचों विशेष रूप से ओलंपिक 2028 और 2032 के लिए तैयार किया जा रहा है।
अपने दौरे के अंत में मंत्री ने त्रिपुरा के युवाओं के जोश, प्रतिभा और विज्ञान व खेल के प्रति उत्साह की सराहना की। उन्होंने कहा, “पूर्वोत्तर भारत न केवल भौगोलिक दृष्टि से, बल्कि मानव संसाधन, कौशल और ऊर्जा के लिहाज़ से भी भारत के उज्ज्वल भविष्य की रीढ़ है।” उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार उनके प्रयासों को हरसंभव सहयोग और समर्थन देती रहेगी।