रायबरेली : एनटीपीसी परियोजना की ऊंचाहार की छह यूनिट में दो को अचानक बंद करना पड़ा है। बताया जा रहा है कि पानी की उपलब्धता कम होने से यह कदम उठाना पड़ा है। हालांकि परियोजना के अधिकारियों ने इससे इनकार करते हुए कहा कि बिजली की मांग कम होने से तीन यूनिट में उत्पादन बंद किया गया है। इसका असर उत्तर भारत के कई राज्यों में पड़ रहा है।
दरअसल एनटीपीसी ऊंचाहार की छह यूनिट में कुल 1550 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। एनटीपीसी अधिकारियों के अनुसार उत्तरी ग्रिड द्वारा रविवार की रात अचानक बिजली की मांग घटा दी, अचानक बिजली की मांग घटते ही परियोजना प्रबंधन को 210, 210 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली एकाई नंबर एक, दो व पांच को बंद करना पड़ा। जिसके चलते उत्तर प्रदेश समेत नौ राज्यों पर बिजली संकट छा गया है। हालांकि उत्पादन बंद होने के पीछे पानी की उपलब्धता को भी अहम कारण माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी परियोजना से उत्तर प्रदेश समेत उत्तराखंड, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर को उत्तरी ग्रिड के माध्यम से बिजली की आपूर्ति की जाती है।
एनटीपीसी परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि उत्तरी ग्रिड द्वारा बिजली की मांग घटाए जाने पर इकाई नंबर एक, दो व पांच को बंद करना पड़ा है। इकाई नंबर तीन, चार व छठ को संचालित कर 632 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। बिजली की मांग बढ़ते ही बंद पड़ी तीनों इकाइयों को फिर से संचालित कर उनकी भार क्षमता के अनुरूप बिजली का उत्पादन किया जाएगा।