उत्तरकाशी: (Uttarkashi) बारिश और बर्फबारी का मौसम भी श्रद्धालुओं के कदमों को नहीं रोक पा रहा है। इन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद चार धामों में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। कहने का मतलब कि बिगड़ैल मौसम के बावजूद भी श्रद्धालुओं और पर्यटकों के कदम चार धाम तीर्थस्थलों की ओर लगातार बढ़ रहे हैं। हालांकि राज्य सरकार प्रतिकूल मौसम को देखते हुए तीर्थ यात्रियों के लिए हर दिन अलर्ट भी जारी कर रही है और इसी के आधार पर सभी को यात्रा करने की सलाह दे रही है।
प्रदेश सरकार ने मौसम के बदले मिजाज को देखते हुए फिलहाल पंजीकरण को रोक दिया है। इसके बावजूद पहले से पंजीकृत तीर्थयात्री और श्रद्धालु चार धामों की ओर बढ़ रहे हैं। गंगोत्री-यमुनोत्री में हो रही झमाझम बारिश से श्रद्धालुओं के उत्साह में किसी तरह की कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है।सोमवार को भारी बारिश के बीच भी हजारों यात्रियों का हुजूम इन मार्गों जाते हुए देखा जा सकता है। उधर, सोनप्रयाग से भी केदारनाथ धाम के लिए सुबह आठ बजे तक 2584 यात्री रवाना हुए हैं। आज दोपहर बाद बदरीनाथ धाम का मार्ग भी खोल दिया गया है। इस मार्ग पर भी श्रद्धालुओं का धाम की ओर जाने का क्रम शुरू हो गया है।
बारिश और बर्फबारी से चार धामों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। गंगोत्री और यमुनोत्री सहित यमुना घाटी में लगातार बारिश हो रही है। साथ ही ऊंचाई वाले स्थानों पर बर्फबारी हो रही है। यमुनोत्री धाम के आखिर प्रमुख पड़ाव जानकीचट्टी से यमुनोत्री धाम पैदल मार्ग पर मूसलाधार बारिश के बीच यात्री जोखिम उठाकर आवाजाही कर रहे हैं। उनकी आस्था और श्रद्धा के आगे बारिश-बर्फबारी और विपरीत परिस्थितियां भी बेमाने साबित हो रही हैं।इस संबंध में बदरी-केदार समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने आज फिर वीडियो जारी कर कहा है कि बदरी और केदारनाथ धाम में मौसम बहुत दिनों से प्रतिकूल बना हुआ है। लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। इसके बावजूद श्रद्धालुओं-तीर्थयात्रियों की श्रद्धा और आस्था में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही है। श्रद्धालु बहुत ही उत्साहित नजर आ रहे हैं।
प्रदेश सरकार और केदारनाथ मंदिर समिति के स्तर से श्रद्धालुओं के सरल और सुगम दर्शन की व्यवस्था के सभी प्रयास सुनिश्चित किए जा रहे हैं। धाम के मार्गों और पड़ाव स्थलों पर अलाव आदि की भी व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद भी श्रद्धालुओं-तीर्थयात्रियों से मौसम के मद्देनजर प्रदेश सरकार की जारी की गई गाइडलाइन का पालन करने का आग्रह किया गया है। खासकर बुजुर्ग, महिलाओं और बच्चों को यात्रा करने से पहले मौसम को देखने और चिकित्सक की सलाह लेने को कहा गया है।