जयपुर: (Jaipur) राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से हाल ही में नियुक्त किए गए तीन सह प्रभारियों के कामकाज का बंटवारा हो गया है। तीनों सह प्रभारी अमृता धवन, वीरेंद्र सिंह राठौड़ और मोहम्मद निजामुद्दीन को 11-11 जिले मिले हैं।
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने तीनों सह प्रभारियों के प्रभार वाले जिलों का ऐलान किया है। सह प्रभारी अमृता धवन को जयपुर, अलवर, सीकर, दौसा, करौली, भरतपुर, धौलपुर, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि काजी निजामुद्दीन को उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, जालोर, सिरोही, प्रतापगढ़, बारां, भीलवाड़ा, चित्तौड़, झालावाड़ और राजसमंद की जिम्मेदारी दी है। इसी प्रकार वीरेंद्र सिंह राठौड़ को श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, झुंझुनू, चूरू, नागौर, अजमेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और पाली की जिम्मेदारी दी गई है।
पूर्वी राजस्थान में पिछली बार कांग्रेस ने बेहतर प्रदर्शन किया था। टोंक से सचिन पायलट विधायक हैं। दौसा भी सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, झुंझंनू, चूरू, नागौर, अजमेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और पाली की जिम्मेदारी वीरेंद्र सिंह राठौड़ के खाते में आई है। जोधपुर से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आते हैं। नागौर में कांग्रेस को बड़ी चुनौती सांसद हनुमान बेनीवाल दे रहे हैं।
वीरेंद्र सिंह राठौड़ के लिए नागौर में कांग्रेस की स्थिति मजबूत करने की चुनौती है। नवनियुक्त सहप्रभारी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन बांसवाड़ा, डूंगरपुर, जालोर, प्रतापगढ़, सिरोही, बांरा, भीलवाड़ा, चितौड़गढ़, झालावाड़, राजसमंद और उदयपुर का प्रभार संभालेंगे। ये जिले बीजेपी और कांग्रेस के लिए बेहद अहम माने जा रहे हैं। ऐसे में इन जिलों में काजी की राह चुनौतीपूर्ण दिख रही है।