Vasai: युवा पिढ़ी देश की आंखें हैं और शिक्षा इनकी रोशनी: क्षितिज ठाकुर

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नालासोपारा के युवा विधायक क्षितिज ठाकुर से पत्रकार प्रेम चौबे की हुई बातचीत

वसई।(Maharashtra news) लगातार तीन बार से नालासोपारा के जनप्रतिनिधि के रूप में चुने गये क्षितिज हितेंद्र ठाकुर ने उच्च शिक्षा हावर्ड विश्वविद्यालय से पूरी की है और राजनीति में महाराष्ट्र के विधानभवन में सबसे कम उम्र के विधायक के रूप में उनकी पहचान रही हैं। उनके प्रगतिशील सोच के परिणामस्वरूप सरकार द्वारा सम्मानित भी हो चुके हैं। युवा उनसे लगातार जुड़ते जा रहे हैं और सच भी हैं कि उनके ऐजेंडें में हमेशा युवाओं के लिए बेहतर शिक्षा और स्वरोजगार के लिए व्यापक नीतियां रही हैं। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा भी इस बात से लगाया जा सकता हैं कि उनके मतदाता के रूप में युवाशक्ति का जबरदस्त योगदान रहता है।

सवाल : आपके विधानसभा के अलावा भी आपकी युवाओं में काफी लोकप्रियता हैं, ऐसे में युवाओं के भविष्य के लिए आपकी क्या सोच है?

जवाब : युवा विधायक क्षितिज हितेंद्र ठाकुर ने कहा कि युवाओं के लिए बेहतर शिक्षा तकनीकी पहलुओं के अभाव में हमारे देश के युवाओं की विश्वप्रसिद्ध ब्रांडेड कंपनीयों में उपस्थिति बहुत कम हैं, कारण इस मैनेजमेंट कोर्स की फिस महंगी होने की वजह से युवाओं को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। युवाओं के हित में हमारे प्रयास का नतीजा विरार में इस तरह के विश्वस्तरीय मैनेजमेंट कोर्स की सुविधा उपलब्ध कराई गयी हैं, इसके परिणाम भी बहुत जल्दी ही सुनाई देगें जो संभवतः देश का पहला संस्थान होगा।

सवाल : आपके लिए ज्यादातर प्रश्न युवाओं के लिए ही हैं इसलिए बताएं हम विश्व में अपने आप को कहां पाते हैं?

जवाब : विधायक क्षितिज ठाकुर ने युवाओं के बारे बात करते हुए कहा कि युवाओं के लिए वर्तमान कालावधि बहुत अनूकूल हैं, अपने आपको साबित करने के लिए। कारण इस समय हमारे देश की आबादी का आधे से ज्यादा हिस्‍सा 25 वर्ष से कम आयु का है। यह अनुमान लगाया गया है कि 2022 तक भारत में जनसंख्या की औसत आयु 29 वर्ष होगी, जबकि अमेरिका में 40 वर्ष, यूरोप में 46 वर्ष और जापान में 47 वर्ष होगी। इस दृष्टि से देखा जाए तो युवा आबादी दुनिया के अन्य देशों की तुलना में सबसे आगे अपना देश होगा।

सवाल : खासकर युवाओं और उनके अभिभावकों के लिए कुछ आपके विचार तो होंगे ही, जिसे आप संदेश भी कह सकते है?

जवाब : युवा आमदार ने कहा अभिवावकों एवं शैक्षणिक संस्थानों को ये बात समझने की आवश्यकता है कि विदेशों की शिक्षाप्रणाली कितनी तीव्रता से आगे बढ़ रही है, कि उनके अनुकरण मे भी हमे वर्षों लग रहे हैं तो क्यो न हम अपने साधन और संसाधन को ही इतना सक्षम बना लें कि निकट भविष्य हमे किसी भी देश से प्रेरणा लेने के बजाय खुद ही आदर्श बन सके इसके लिए मजबूत इच्छाशक्ति की आवश्यकता हैं।

सवाल: युवाओं के लिए आदर्श में आप भी शामिल हैं, इस विषय में क्या कहेंगे?

जवाब : विधायक क्षितिज ठाकुर ने आदर्श के रूप में प्रख्यात वैज्ञानिक, मिसाइल मैन, देश के पूर्व राष्ट्रपति भारतरत्न डा. एपीजे अब्दुल कलाम का मिसाल देते हुआ कहा कि उनके द्वारा कहे गए एक-एक वाक्य “सपने देखो, सपने देखोगे, तभी वे सच होंगे” वे सही मायनों मे युवाओं के लिए प्रेरणा हैं।