उत्तरकाशी : उत्तरकाशी के जंगलों में बीते तीन-चार दिनों से भड़की आग से आसमान में धुआं का गुबार छाया है। जंगलों में भड़की आग की ऊंची लपटें अब आबादी तक पहुंच रही हैं। आग के तांडव से वन विभाग के हाथ पांव फूल गये हैं। आलम यह है कि वन विभाग के पास आग बुझाने का कोई संसाधन भी नहीं हैं।
उत्तरकाशी जिले के अलग-अलग हिस्सों में बीते तीन दिनों से आग का तांडव जारी है। दिवारी खोल बनचौरा के जंगल में भीषण आग लगी है। आग की चपेट में मंगलवार को कई बकरियां जल कर मर गईं, जबकि भेड़पालक आग से झुलस गया था। यमुना वन प्रभाग के राडी घाटी के जंगलों में भड़की आग के अंगारों के साथ पत्थर धरासू यमुनोत्री राजमार्ग पर आ रहे हैं, जो चारधाम यात्रा मार्ग पर दुर्घटना का न्यौता दे रहे हैं। टौंस, वन प्रभाग के जंगलों में भी आग लगी है।
डुंडा रेंजर पुजा बिष्ट ने बताया कि मुखेम रेंज के दिलसौड़, डांग छानी, मनेरा, आदि स्थानों पर आग लगी है। वहीं डुंडा धनारी बुग्याल गांव, धरासू के पास आग लगी है। उन्होंने बताया कि कुछ स्थानों पर आग पर काबू पाया लिया गया है। जिला मुख्यालय से सटे जंगलों में भीषण आग लगने से मुख्यालय में धुंआ ही धुंआ छाया हुआ है। इससे सांस के मरीज को भारी परेशानी हो रही है।