पिछले माह तीन बार टालने के बाद मिली सफलता
टोक्यो: (Tokyo) भारत के बाद अब जापान भी चांद की ओर चल दिया है। जापान की अंतरिक्ष एजेंसी जापान एक्स्प्लोरेशन एजेंसी (जाक्सा) ने गुरुवार को जापान का बहुप्रतीक्षित मून मिशन ‘मून स्नाइपर’ लॉन्च किया। पिछले महीने एक सप्ताह के भीतर तीन बार यह मिशन टालने के बाद नाक्सा को चौथी बार लॉन्चिंग में सफलता मिली है।
नॉक्सा ने जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से एच-2ए रॉकेट से एक लैंडर भेजा है, जिसके चार से छह महीने में चंद्रमा की सतह पर पहुंचने की उम्मीद है। जाक्सा की ओर से जानकारी दी गयी कि लॉन्च के 13 मिनट बाद रॉकेट ने एक्स-रे इमेजिंग और स्पेक्ट्रोस्कोपी मिशन नामक एक उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किया, जो आकाशगंगाओं के बीच स्थित चीजों की गति और संरचना को मापेगा। इससे मिली जानकारी यह अध्ययन करने में मदद करेगी कि आकाशीय पिंडों का निर्माण कैसे हुआ। साथ ही उम्मीद है कि ब्रह्मांड का निर्माण कैसे हुआ, इस रहस्य को सुलझाने में भी मदद मिल सकती है।
राइस स्पेस इंस्टीट्यूट के निदेशक डेविड अलेक्जेंडर ने कहा कि यह मिशन गर्म प्लाज्मा या ब्रह्मांड के अधिकांश हिस्से को बनाने वाले अत्यधिक गर्म पदार्थ के गुणों के बारे में जानकारी देने के लिए महत्वपूर्ण है। प्लाज्मा का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जिसमें घावों को ठीक करना, कंप्यूटर चिप्स बनाना और पर्यावरण को साफ करना शामिल है।