शिमला : (Shimla) राजधानी शिमला में स्क्रब टायफस का संक्रमण फिर दस्तक (Scrub typhus infection is knocking again in the capital Shimla) दे रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कुल आठ संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच के लिए भेजे। इनमें से एक नमूना पॉजिटिव पाया गया है। यह पुष्टि आईजीएमसी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर राहुल राव ने (IGMC Medical Superintendent Dr Rahul Rao) की है।
जानकारी अनुसार यह पॉजिटिव मामला शिमला की रहने वाली 32 वर्षीय महिला का है, जो बीते कुछ दिनों से बुखार और अन्य लक्षणों के चलते अस्पताल में इलाज करा रही थी। जांच में स्क्रब टायफस की पुष्टि होने के बाद महिला का इलाज तय प्रोटोकॉल के तहत शुरू कर दिया गया है। फिलहाल मरीज की हालत स्थिर बताई जा रही है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में हर साल बरसात के मौसम में स्क्रब टायफस के मामले बढ़ जाते हैं। यह बीमारी एक प्रकार के परजीवी किटाणु से फैलती है, जो झाड़ियों या घास में रहने (This disease spreads through a type of parasitic germ) वाले घुन के काटने से इंसानों में पहुंचता है। शुरू में सामान्य बुखार जैसे लक्षण नजर आते हैं, लेकिन समय पर इलाज न मिलने पर यह संक्रमण गंभीर रूप ले सकता है और कभी-कभी जानलेवा भी साबित हो सकता है।
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से अपील की है कि बरसात के मौसम में घनी झाड़ियों और घास वाले इलाकों से बचें, शरीर को ढककर रखें और किसी भी तरह के बुखार, चकत्ते या घाव दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराएं। विभाग ने स्क्रब टायफस से निपटने के लिए अस्पतालों में दवाओं और जांच सुविधाओं की भी व्यवस्था की है, ताकि मरीजों को समय पर इलाज मिल सके और संक्रमण के फैलाव पर काबू पाया जा सके।