Seoni : विदेशी पर्यटकों को लुभा रहा पेंच टाइगर रिजर्व का कोर क्षेत्र

0
302

सिवनी : विश्वविख्यात पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी में वन्य प्राणियों को देखने व प्रकृति का अनुभव करने के लिए देशी व विदेशी पर्यटकों का साल भर आना-जाना लगा रहता है। पार्क के भ्रमण के बाद पर्यटक खुशनुमा अनुभव के साथ वापस होते हैं।

पेंच टाइगर रिजर्व के उपसंचालक रजनीश सिंह ने हिस को बताया कि बीते 18 माह में विश्वविख्यात पेंच नेशनल पार्क के कोर क्षेत्र में 206881 भारतीय पर्यटक एवं 9044 विदेशी पर्यटक तथा बफर क्षेत्र में 139791 भारतीय पर्यटक एवं 830 विदेशी पर्यटक सहित कुल 346672 भारतीय पर्यटक एवं 9874 विदेशी पर्यटकों आए जिनका स्वागत पेंच पार्क प्रबंधन द्वारा किया गया। पेंच टाइगर रिजर्व अपनी विशेषताओं के कारण अन्य राज्यों से अलग और वन्यप्राणियों के लिए अलग पहचान बनाने के लिए उभरा है।

आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रतिवर्ष मई व जून में सबसे ज्यादा देशी व विदेशी पर्यटक पेंच पार्क में आते हैं। पेंच टाइगर रिजर्व अंतर्गत कोर क्षेत्रों में 01 अक्टूबर 2021 से लेकर 30 जून 2022 तक कुल 09 माह में 107514 भारतीय पर्यटक और 1798 विदेशी पर्यटक आए हैं। इसी प्रकार 01 अक्टूबर 2022 से लेकर 30 जून 2023 तक कुल 09 माह में 99367 भारतीय पर्यटक और 7246 विदेशी पर्यटकों ने वन्यप्राणियों के दर्शन किए।

कोविड काल के बाद बढ़ा आंकड़ा

वही, पेंच टाइगर रिजर्व अंतर्गत बफर क्षेत्रों में जुलाई 2021 से लेकर जून 2022 तक 69813 भारतीय पर्यटक और 136 विदेशी पर्यटक तथा जुलाई 2022 से जून 2023 तक 69978 भारतीय पर्यटक और 694 विदेशी पर्यटकों ने पेंच के प्राकृतिक सौंदर्य सहित वन्यप्राणियों के दर्शन का लुप्त उठाया है। इस प्रकार 139791 भारतीय पर्यटक एवं 830 विदेशी पर्यटक यहां आए।

पेंच टाइगर रिजर्व के अधिकारियों की मानें तो वर्ष 2012 में पर्यटकों के आने में भारी कमी आई थी। वहीं इसके बाद कोविड काल में भी 2020 से 2022 तक भी पार्क क्षेत्र में पर्यटकों की कमी देखी गई। इसके बाद लगातार उत्तरोत्तर वृद्धि हुई है।

कोर क्षेत्र में बढ़ता रुझान

उल्लेखनीय है कि बीते 18 माह में पेंच टाइगर रिजर्व में विदेशी पर्यटकों का कोर क्षेत्रों में रुझान बढ़ा है। जहां उन्होंने लेंटाना के क्षेत्र भी शाकाहारी एवं मांसाहारी वन्यप्राणियों के प्रमुख रहवास स्थल और पेंच नदी के क्षेत्र में भी प्राकृतिक गुफाएं को करीब से देखा है। पेंच पार्क में मांसाहारी वन्यप्राणी में शेर, तेन्दुआ, जंगली बिल्ली, जंगली कुत्ते, लकड़बग्घा, सियार, लोमड़ी, भेड़िया, नेवला, सिवेट केट इत्यादि पाये जाते हैं। शाकाहारी प्रजातियों में गौर, नीलगाय, सांभर, चीतल, चौसिंगा, चिंकारा, जंगली सुअर इत्यादि को देखा और उनकी तस्वीरें को अपने कैमरे में कैद किया है।

लगातार बढ़ रही पार्क प्रबंधन की आय

पेंच राष्ट्रीय उद्यान द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार वर्ष 2000-01 में 5274 भारतीय पर्यटक एवं 14 विदेशी पर्यटक आए। यहां के प्राकृतिक सौंदर्य एवं वन्यप्राणियों की संख्या में इजाफा होने के चलते यहां भारतीय और विदेशी पर्यटकों की संख्या प्रतिवर्ष इजाफा होने लगा। वहीं यह आकंड़ा वर्ष 2017-18 में भारतीय पर्यटक 74197 और विदेशी पर्यटक 8427 यहां आये। बीते 18 माह के आंकड़ों पर गौर किया जाये तो यह आंकड़ा 346672 भारतीय पर्यटक एवं 9874 विदेशी पर्यटकों का हो गया और कुल पर्यटकों की संख्या 356546 हो गई। पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ने से पेंच टाइगर रिजर्व की आय में अच्छी खासी वृद्धि हुई है।

इस वर्ष आए 177285 पर्यटक

पेंच टाइगर रिजर्व के कोर जोन में सिवनी क्षेत्र में कर्माझिरी, टुरिया तथा छिंदवाडा जिला स्थित जमतरा पर्यटन जोन है। जिसमें इस वर्ष पार्क खुलने के बाद 01 अक्टूबर से 30 जून 2023 तक कुल 177285 पर्यटकों आए, जहां कोर क्षेत्र में 106613 पर्यटक तथा बफर जोन में 70673 पर्यटकों ने भ्रमण किया।

रजनीश सिंह ने बताया कि पेंच टाइगर रिजर्व के कोर जोन में सिवनी क्षेत्र में कर्माझिरी, टुरिया तथा छिंदवाडा जिले में स्थित जमतरा पर्यटन जोन है जिसमें इस वर्ष कुल 177285 पर्यटकों ने पेंच टाइगर रिजर्व में भ्रमण किया। कोर क्षेत्र में 106613 पर्यटक तथा बफर जोन में 70673 पर्यटकों ने भ्रमण किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री बफर में सफर योजना अंतर्गत क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु प्रोत्साहित करते हैं। इस दृष्टि से बफर क्षेत्रों में कोर क्षेत्रों के 70 प्रतिशत के बराबर पर्यटकों का आना बड़ी उपलब्धि है। पेंच टाइगर रिजर्व में इस वर्ष के पर्यटन सीजन में कोर परिक्षेत्र में पर्यटन बंद हो गया है किंतु बफर जोन के रूखड, मासुरनाला, खवासा, तेलिया, टिकाडी, कुम्पामपानी में पर्यटन अभी भी प्रांरभ है।