सहरसा : यूजीसी के निर्देशानुसार विभिन्न विश्वविद्यालयों में एंटी रैगिंग सप्ताह मनाने के तहत राजेन्द्र मिश्र महाविद्यालय सहरसा मे 12 से 18 अगस्त तक ‘एंटी रैगिंग सप्ताह’ मनाया जा रहा है। इसमें विभिन्न तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। माैके पर
प्रधानाचार्य डा अमर नाथ चौधरी ने कहा कि रैगिंग एक जघन्य अपराध है और कालेज प्रशासन महाविद्यालय परिसर में रैगिंग के किसी भी स्वरूप के प्रति ‘जीरो टालरेंस’ रखती है। उन्हाेंने कहा कि रैगिंग हो तो तुरंत शिकायत करें।
महाविद्यालय में एंटी रैगिंग सेल काम कर रही है। यदि किसी भी छात्र-छात्राओं को लगे कि रैगिंग के तहत उनके साथ दुर्व्यवहार हो रहा है तो वह अविलंब इसकी शिकायत सेल के सदस्यों से करें अथवा इसकी सूचना प्राधानाचार्य अथवा किसी भी प्रध्यापक को दें,तो दोषी व्यक्ति पर बिना कोई देर किये दण्डात्मक कार्रवाई प्रारंभ कर दी जाएगी।
आइक्यूएसी कार्डिनेटर डा. ललित नारायण मिश्र ने रैगिंग को भारतीय समाज के मूल भावना के विरुद्ध पश्चिमी देशों से एक आयातीत प्रथा कहा जिसमें सीनियर छात्रों द्वारा फ्रेसर के साथ मेल-मिलाप और परिचय बढ़ाने की आवश्यकता के नाम पर उनके साथ मजे लेने के लिए मानसिक उत्पीड़न, अश्लील हरकत व डराने धमकाने का काम किया जाता है। बीएड. की विभागाध्यक्ष डा. प्रतीष्ठा कुमारी ने कहा कि रैगिंग में शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के उत्पीड़न किये जाते हैं।