Ratlam : डीआईजी मनोज कुमार ने राह चलते मोबाइल के उपयोग को सडक़ हादसों का कारण बताया

0
299

रतलाम : डीआईजी मनोजकुमार सिंह ने कहा कि पत्रकार सडक़ हादसों में होने वाली मृत्यु के खिलाफ जनजागृति फैलाएं। दुर्घटनाओं के मुख्य कारणों में मोबाइल भी एक कारण है। मोबाइल बात करते हुए लोग दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं और दूसरों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। सडक़ चलते मोबाइल का उपयोग न हो, इस बात की ओर ध्यान देना होगा और लोगों को भी जागरूक करना होगा ताकि सडक़ हादसे न हो।

डीआईजी सिंह ने रविवार को रतलाम प्रेस क्लब द्वारा पत्रकार सम्मान समारोह में रतलाम के पत्रकारों की प्रशंसा की और कहा कि यहां के पत्रकारों में जिम्मेदारी और समाज के प्रति कर्तव्य का भाव है, यह मैंने चार महिने के अपने कार्यकाल में महसूस किया है। उन्होंने कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने में मदद करने वाले और जागृति उत्पन्न करने वाले पत्रकारों को उनकी ओर से भी पुरस्कृत करेंगे। क्योंकि यह पुलिस और पत्रकार दोनों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम सडक़ हादसों को रोकने के लिए एकजूट प्रयास करें।

सम्मान की परम्परा प्रशंसनीय-काश्यप

विधायक चेतन्य काश्यप ने रतलाम प्रेस क्लब द्वारा सम्मान की परम्परा प्रारंभ किए जाने की प्रशंसा की और कहा कि इससे पत्रकारों को प्रोत्साहन मिलेगा। वहीं दिवंगत साथियों की स्मृतियों को याद रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि घटनाओं को नियंत्रित करने तथा अपराधियों को पकडऩे का काम पुलिस का है। पत्रकारों का काम घटनाओं की जानकारी देना और समाज में अशांति उत्पन्न हो इस बात का ध्यान रखना है। यह काम लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने से ही संभव है। उन्होंने रतलाम के विकास के लिए किए जा रहे प्रयत्नों की जानकारी दी।

रतलाम की पत्रकारिता सकारात्मक-कलेक्टर

कलेक्टर नरेन्द्रकुमार सूर्यवंशी ने कहा कि रतलाम की पत्रकारिता सकारात्मक है। प्रशासन राजनेता के साथ मीडिया की यदि सकारात्मक भूमिका हो तो समाज निश्चित तोर पर विकसित होगा।

पत्रकारों को अपने कर्तव्य का निर्वहन निष्ठा से करना चाहिए-एसपी

पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि पुलिस और पत्रकारों का काम एक समान है। समाज के सृजन के लिए जितनी जिम्मेदारी प्रशासन की है उतनी ही जिम्मेदारी पत्रकारों की भी है। उन्होंने कहा कि चुनौतियों के बीच पत्रकारों को अपने कर्तव्य का निर्वहन निष्ठा और समर्पण भाव से करना चाहिए।

इंदौर के पत्रकार कीर्ति राणा ने भी पत्रकारिता की दशा और दिशा पर प्रकाश डाला और कहा कि डीजिटल और सभी श्रैणियों के पत्रकार जो काम कर रहे है वह प्रशंसनीय है।

इनकी स्मृति में इन्हें मिले पुरस्कार

पुरस्कृत पत्रकारों को उनका सामाजिक सरोकार से जुड़ी हुई खबरों के लिए 11-11 हजार रुपये का नगद पुरस्कार एवं शील्ड प्रदान की गई।

प्रिंट मीडिया- स्व. सुशील नागर स्मृति पुरस्कार आरिफ कुरैशी, स्व. सुरेश पंड्या स्मृति पुरस्कार जितेंद्र श्रीवास्तव, स्व. प्रकाश उपाध्याय स्मृति पुरस्कार अदिति मिश्रा

इलेक्ट्रानिक मीडिया – स्व. प्रकाश खंडेलवाल स्मृति पुरस्कार यशवंत सिंह राठौर, स्व. गोपाल सिंह कुशवाह स्मृति पुरस्कार चंद्रशेखर सोलंकी, स्व. रमेश ललवानी स्मृति पुरस्कार सुधीर जैन

डिजिटल मीडिया- स्व. रमाकांत शुक्ल स्मृति पुरस्कार हेमंत भट्ट, स्व. चांद शर्मा स्मृति पुरस्कार असीमराज पांड्ेय, स्व. अशोक डोसी स्मृति पुरस्कार दिव्यराज सिंह राठौर

-फोटोग्राफी स्व. गजानन शर्मा मॉय डियर स्मृति पुरस्कार चिंटू मेहता।

उत्कृष्ट पत्रकारिता पुरस्कार- राजेंद्र केलवा, केके शर्मा, डीएन पंचोली, संजय पाठक, विकल्प मेहता, राजेश पुरोहित, जयदीप गुर्जर, विवेकानंद चौधरी, नीरज बरमेचा।

अतिथियों का सम्मान किया

प्रारंभ में स्वागत भाषण अध्यक्ष मुकेश गोस्वामी ने दिया। नीरज शुक्ला ने आयोजन में आई प्रविष्ठियों की जानकारी दी। उपाध्यक्ष सुजीत उपाध्याय, अमित निगम, हिमांशु जोशी, सह सचिव रमेश सोनी, मुबारिक शैरानी, कार्यकारणी सदस्य हेमंत भट्ट, दिनेश दवे, राजेश पोरवाल, के.के. शर्मा, सिकन्दर पटेल, दिव्यराजसिंह राठौर, प्रदीप नागोरा, नीरज शुक्ला दिलजीतसिंह मान, शुभ दशोत्तर, चंद्रशेखर सोलंकी, पूर्व अध्यक्ष शरद जोशी, राजेश जैन, सुरेन्द्र जैन, राजेश मूणत, उमेश मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया तथा स्मृति चिन्ह भेंट किए।

संचालन अदिति मिश्रा एवं नीरज बरमेचा ने किया तथा आभार सचिव यश शर्मा ने माना। इस अवसर पर ग्रामीण विधायक दिलीप मकवाना, पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा, ललित दख, राजीव रावत, अनिल झालानी, प्रभु राठौड़ , जनसंपर्क अधिकारी शकील खान तथा दिवंगत प्रेस फोटो ग्राफर गजानंद शर्मा के परिवारजन सहित गणमान्य नागरिक भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।