रामगढ़ : शहर के विद्यानगर मोहल्ले में 60 वर्षीया सुशीला देवी हत्याकांड में शुक्रवार को सीआईडी की टीम घटनास्थल का जायजा लेने पहुंची। सीआईडी इंस्पेक्टर रेखा चौधरी ने घटनास्थल का मुआयना किया।
हत्याकांड में पुलिस ने विद्यानगर मोहल्ले के अलावा पूरे इलाके के सीसीटीवी को खंगाल दिया है। रामगढ़ एसपी डॉ बिमल कुमार हर हाल में उन चार अपराधियों को गिरफ्तार करना चाहते हैं, जिसमें तीन लड़के और एक लड़की शामिल है। उन लोगों की शिनाख्त के लिए उन्होंने एसआईटी गठित की है। साथ ही अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए दिशा-निर्देश भी दिया गया है।
बेटी अल्का पाल ने दर्ज कराई प्राथमिकी
सुशील हत्याकांड में उनकी बेटी अल्का कुमारी ने रामगढ़ थाने में प्राथमिकी 150/24 दर्ज कराई है। अलका मेदांता हॉस्पिटल में बायो मेडिकल इंजीनियर के पद पर कार्यरत है। उसने कहा है कि उसके पिता अशर्फी प्रसाद दोनों नतनी को छोड़ने के लिए 29 मई को पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर के लिए निकले थे। इसके बाद 30 मई की सुबह 7:30 बजे वह मेदांता हॉस्पिटल में ड्यूटी करने निकल गई थी। उसने बताया कि घर पर उसकी मां थी। सुबह 8:30 तक उनकी बात मां से हुई।
इसके बाद 10:10 बजे मोहल्ले वालों ने बताया कि उनके घर की छत से धुआं निकल रहा है। घर में आग लग गई है और दरवाजा खटखटाने के बाद भी अंदर से कोई आवाज नहीं दे रहा है। जब अल्का घर पहुंची तो देखा कि पुलिस और आमजनों का जमावड़ा वहां लगा हुआ है। आग बुझाने के लिए दमकल भी वहां मौजूद है। जब वह अपने घर में गई तो रसोई घर में उनकी मां की खून से लथपथ लाश पड़ी हुई थी। आसपास के लोगों ने उसे बताया कि 20-30 वर्ष के बीच के चार बदमाश उसके घर में घुसे थे, जिसमें तीन लड़के और एक लड़की शामिल थी।