रायगढ़ : (Raigarh) पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला के दिशा निर्देशन तथा पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल (Inspector General of Police Dr. Sanjeev Shukla and Superintendent of Police Divyang Kumar Patel) के मार्गदर्शन पर रायगढ़ पुलिस ने थाना छाल अंतर्गत कीदा गांव में महिला एवं उसके दो बच्चों की हत्या के मामले का पर्दाफाश करते हुए मृतका के पति महेंद्र साहू (43) और उसके मित्र भागीरथी राठिया (35) को गिरफ्तार कर लिया है। दाेनाें आराेपिताें काे आज मंगलवार काे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल ने मंगलवार काे खुलासा करते हुए बताया कि 22 मई को ग्राम कीदा के सरपंच सीताराम राठिया ने थाना छाल में सूचना दी कि महेंद्र साहू के घर से तेज बदबू आ रही है, जिससे किसी अनहोनी की आशंका जताई गई। सूचना मिलते ही एसडीओपी खरसिया प्रभात पटेल, छाल, घरघोड़ा पुलिस, साइबर सेल, एफएसएल और डॉग स्क्वाड की टीम मौके पर पहुंची। दरवाजा तोड़ने पर घर के भीतर खाट पर सुकांति साहू (35), उसका पुत्र युगल (15) और पुत्री प्राची (12) के सड़े-गले शव मिले, जिनके शरीर पर धारदार हथियार के गंभीर घाव थे। शवों की स्थिति देखकर स्पष्ट था कि हत्या कई दिन पूर्व की गई थी। छाल पुलिस ने तत्काल मर्ग कायम कर अज्ञात आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज किया।
पति निकला साजिशकर्ता, दोस्त बना हत्यारा
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने स्वयं घटनास्थल पर कैंप डालकर जांच की निगरानी की। एसडीओपी खरसिया के सुपरविजन में थाना छाल, घरघोड़ा, खरसिया और साइबर सेल की संयुक्त टीमें बनाई गईं। जांच पड़ताल में मृतका के पति महेंद्र साहू पर शुरू से ही शक गहराया था। गवाहों और मृतका के मायके वालों ने बताया कि महेंद्र साहू उसकी पत्नी के साथ कई बार बुरी तरह से मारपीट किया था। महेंद्र अक्सर अपने दोस्तों को घर में बुलाकर पार्टी मनाता जो सुकांति को पसंद नहीं थी। पुलिस काे तभी कुछ मजबूत साक्ष्य पुलिस टीम के हाथ लगे और संदेहियों से उन साक्ष्य को लेकर पूछताछ की गई । अंततः महेंद्र साहू और उसके दोस्त भागीरथी राठिया ने अपना अपराध कबूल करते हुए बताया कि महेंद्र ने अपनी पत्नी के आए दिन झगड़ा विवाद को लेकर कर उसकी हत्या की योजना रची। हत्या के बदले अपने दोस्त भागीरथी राठिया को 5 डिसमिल जमीन और मुआवजे से कुछ राशि देने का वादा किया गया। योजना के अनुसार महेंद्र सोमवार को गांव से बाहर चला गया और रात में भागीरथी ने सुनसान का फायदा उठाकर टांगी से पहले सुकांति की, फिर उसके बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी।
घटना का शीघ्र पटाक्षेप करने में थाना प्रभारी छाल निरीक्षक मोहन भारद्वाज, थाना प्रभारी घरघोड़ा निरीक्षक हर्षवर्धन सिंह बैस, थाना प्रभारी खरसिया राजेश जांगड़े, उप निरीक्षक मदन पटेल, प्रधान आरक्षक शंभू प्रसाद पांडे, साइबर सेल के प्रधान आरक्षक राजेश पटेल, दुर्गेश सिंह, बृजलाल गुर्जर, आरक्षक प्रशांत पंडा, पुष्पेंद्र जाटवार, विक्रम सिंह, सुरेश सिदार, प्रताप बेहरा, धनंजय कश्यप, प्रधान आरक्षक सतीश पाठक (जूटमिल), आरक्षक संदीप मिश्रा (थाना कोतवाली) प्रदीप तिवारी (थाना भूपदेवपुर) एवं थाना छाल के गोविंद बनर्जी, दिलीप सिदार, हरेंद्र पाल जगत के साथ थाना छाल, घरघोड़ा, साइबर सेल टीम, एफएसएल और डॉग स्क्वाड सहित कुल 08 से अधिक टीम ने बेहतरीन तालमेल के साथ काम करते हुए इस हत्याकांड की गुत्थी को शीघ्र सुलझाया गया।
मजबूत साक्ष्य, पुख्ता कार्रवाई पुलिस ने भागीरथी के मेमोरेंडम पर ई-साक्ष्य से वीडियो ग्राफी फोटोग्राफी कर घटना में प्रयुक्त हथियार (टांगी) और महेंद्र के मेमोरेंडम पर दरवाजा ढीला करने में उपयोग की गई लोहे की रॉड को बरामद किया है। वारदात में आरोपिताें की संख्या और षड्यंत्र को लेकर धारा 61(2), 3(5) बीएनएस बढ़ाया गया है, दोनों आरोपिताें को आज गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।