पाली : भाभी से अवैध संबंध के चक्कर में देवर ने अपने रिश्ते के भाई को ही मौत के घाट उतार दिया। आरोपी ने पहले भाई को शराब पिलाकर कुल्हाड़ी से वार कर हत्या की। उसके बाद सिर, हाथ-पैर को धड़ से अलग कर दिया, धड़ को नाले में फेंककर उस पर पत्थर पटक दिया और घटना स्थल से करीब 20 किलोमीटर दूसरा गड्डा खोदकर उसमें सिर, हाथ-पैर दफना दिया। इसके बाद भाई की मां और बहन को घर जाकर सांत्वना दी कि वो वापस आ जाएगा। आरोपी को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है। बहन ने अपने भाई के टुकड़े-टुकड़े करने वाले को सख्त सजा देने की मांग की है।
ठाकुरवास गांव के रहने वाले जोगेन्द्र मेघवाल (35) की उसके ही रिश्ते में लगने वाले भाई मदन मेघवाल ने हत्या कर दी थी। जोगेन्द्र की अकाल मौत से उसकी वृद्ध मां घीसी देवी और बहन संतोष का रो-रो कर बुरा हाल है। रोते हुए संतोष बोली कि आरोपी मदन मेघवाल घर आकर उसे सांत्वना देता था कि रो मत जोगेन्द्र जल्द मिल जाएगा। लेकिन, उसे क्या पता था कि यही वह आरोपी है जिसने उसके भाई के 6 टुकड़े कर निर्मम हत्या की। सिरियारी थाने का ठाकुरवास का रहने वाला 35 साल का जोगेन्द्र मेघवाल पुत्र मिश्रीलाल मेघवाल काम-काज के सिलसिले में निम्बाहड़ा (चित्तौड़) में सीमेंट फैक्ट्री में काम करता था। गांव में उसके बूढे़ माता-पिता, पत्नी और 14 और 11 साल के दो बेटे रहते थे। उसके घर से दो घर दूर ही उसके रिश्ते के 33 साल का भाई मदन मेघवाल पुत्र नेमाराम मेघवाल रहता था। रिश्तेदारी होने के चलते उसका जोगेन्द्र के घर आना-जाना लगा रहा था। जोगेन्द्र अपनी पत्नी से दूर निम्बाहड़ा में था। इसका फायदा उठाते हुए अविवाहित मदन ने दो बच्चों की मां जोगेन्द्र की पत्नी को अपने प्रेमजाल में फंसा दिया। दोनों में करीब ढाई साल से अफेयर चल रहा था। ये बात जोगेन्द्र के पिता मिश्रीलाल के कानों तक पहुंची तो उन्होंने बहु को निम्बाहेड़ा अपने बेटे के पास भेज दिया। ऐसे में मदन अपनी प्रेमिका से नहीं मिल पा रहा था और न बातचीत हो रही थी।
जोगेन्द्र नौ जुलाई को निम्बाहेड़ा से अपने गांव ठाकुरवास आया था। यह देख मदन मेघवाल ने जोगेन्द्र की हत्या की साजिश रची और तय साजिश के चलते 11 जुलाई को गांव के सार्वजनिक शौचालय के पास से जोगेन्द्र को शराब पार्टी का झांसा देकर अपने साथ धमावतों का गुड़ा (बोरीमादा) ले गया था। वहां जोगेन्द्र को शराब पिलाकर कुल्हाड़ी से कई वारकर उसकी गर्दन, हाथ-पांव काटकर उसके धड़ से अलग कर उन्हें एक कट्टे में भर दिया। धड़ को वही बरसाती नाले में फेंक दिया और ठाकुरवास गांव में भैरूनाथ मंदिर की बगेची में गड्डा खोद उसमें सिर, हाथ-पांव दफना दिए।
आरोपी ने ठाकुरवास गांव में भैरूनाथ मंदिर की बगेची में गड्डा खोद उसमें जोगेन्द्र के सिर, हाथ-पांव दफना दिए और ऊपर आम का पौधा लगा लिया। वह उसे पानी देने आता था। इसको लेकर ग्रामीणों को उस पर शक हुआ। मृतक के पिता मिश्रीलाल मेघवाल को गांव के सुंदरलाल मेघवाल ने बताया कि उसने 11 जुलाई को गांव के सार्वजनिक शौचालय के पास से मदन मेघवाल को जोगेन्द्र को बाइक पर बिठाकर राणावास की तरफ ले जाते हुए देखा। यह भी बताया कि मदन का जोगेन्द्र की पत्नी से अवैध संबंध है। इस पर मिश्रीलाल ने आरोपी मदन मेघवाल के खिलाफ सिरियारी थाने में रिपोर्ट दी, जिसमें मदन पर अपने बेटे जोगेन्द्र की हत्या करने का शक जताया। मामले में पुलिस ने मदन मेघवाल को गिरफ्तार किया और कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर दिया। पुलिस ने मृतक की बॉडी सोमवार को बरामद की और उसे परिजनों को सौंपी। जिसका मंगलवार को अंतिम संस्कार किया गया। इधर आरोपी को पुलिस ने मंगलवार को मारवाड़ जंक्शन कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे दो दिन के रिमांड पर सौंपा गया।