कोलकाता:(Niti Aayog meeting controversy) नीति आयोग की बैठक में ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के माइक बंद करने के विवाद की गूंज पश्चिम बंगाल विधानसभा में सुनाई देगी। तृणमूल कांग्रेस ने इस घटना के विरोध में विधानसभा में चर्चा कराने की योजना बनाई है। शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक में भाग लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें बार-बार बाधित किया गया और अंततः उनका माइक बंद कर दिया गया। इसके बाद वे बैठक से बाहर आ गईं।
तृणमूल का विधायी दल इस घटना पर विधानसभा में जोरदार विरोध दर्ज कराना चाहता है। तृणमूल के प्रमुख सचेतक निर्मल घोष ने कहा कि हम इस व्यवहार के खिलाफ विधानसभा में विरोध जताएंगे और चर्चा करेंगे।
सोमवार को प्रश्नोत्तर सत्र के बाद तृणमूल और भाजपा विधायकों को अपने मुद्दे उठाने का मौका मिलेगा। तृणमूल इस दौरान निंदा प्रस्ताव लाने की योजना बना रही है।
केंद्र सरकार ने किया था दावा
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ममता बनर्जी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ममता बनर्जी का दावा असत्य है। उन्हें सच्चाई बतानी चाहिए। मता बनर्जी के बयान और केंद्रीय प्रतिक्रिया के बीच, सोमवार का विधानसभा सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है। भाजपा भी इस मुद्दे पर अपना पक्ष रखने की तैयारी में है।