New Delhi : विश्व नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन कर जताई भारत के साथ एकजुटता

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ई दिल्ली : (New Delhi) जम्मू-कश्मीर में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख दिखाया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बातचीत की और आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से भारत के साथ खड़े होने का संकल्प दोहराया। जार्डन के किंग और जापान के प्रधानमंत्री ने भी फोन कर हमले में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया है।

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारत के लोगों और पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने भारतीय धरती पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने हमले की कड़ी निंदा की और भारतीयों के साथ पूर्ण समर्थन और एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस तरह की बर्बरता पूरी तरह से अस्वीकार्य है। इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनके देश का पूर्ण समर्थन व्यक्त किया।

जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने फोन पर प्रधानमंत्री मोदी से जम्मू-कश्मीर में हुए हालिया आतंकी हमले में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी परिस्थिति में न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता। दोनों नेताओं ने आतंकवाद को मानवता के लिए गंभीर खतरा बताया और इस बात पर जोर दिया कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना चाहिए।

जार्डन के किंग अब्दुल्ला इब्न अल-हुसैन ने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर सहमति जताई है कि आतंक के हर रूप की निंदा की जानी चाहिए और इसे किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराया जा सकता।

वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इन नेताओं के साथ बातचीत के दौरान हमले की पृष्ठभूमि, इसके ‘सीमापार चरित्र’ और आतंकवादी संगठनों की भूमिका पर जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह हमला किस तरह निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाने के उद्देश्य से किया गया था और इसमें विदेशी तत्वों की संलिप्तता के संकेत मिले हैं। प्रधानमंत्री ने भारत की ओर से यह स्पष्ट संदेश दिया कि ऐसी कायरतापूर्ण घटनाओं का करारा जवाब दिया जाएगा और दोषियों को न्याय के कठघरे तक पहुंचाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।