नई दिल्ली: (New Delhi) राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने शुक्रवार को पंजाब सरकार को अमृतसर स्थित गुरु नानकदेव अस्पताल (जीएनडीएच) में डॉक्टरों और वरिष्ठ कर्मचारियों की ओर से कथित अनियमितताओं व कर्तव्यों में लापरवाही पर नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
एनएचआरसी ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है, जिसमें कहा गया है कि पंजाब में गुरु नानकदेव अस्पताल के डॉक्टर और वरिष्ठ कर्मचारी मरीजों को देखने के लिए अपने वैध कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वाह नहीं कर रहे हैं। उनमें से अधिकतर मरीजों को हाउसकीपिंग और प्रशिक्षण कर्मचारियों के सहारे छोड़ देते हैं और स्वयं जल्दी चले जाते हैं।रिपोर्ट में कथित तौर पर यह भी आरोप लगाया गया है कि मरीजों के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है और उन्हें धमकी दी जाती है कि अगर उनके खिलाफ कोई शिकायत की गई तो मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
आयोग के अनुसार मीडिया रिपोर्ट की सामग्री यदि सत्य है, तो वह रोगियों के मानव अधिकारों का उल्लंघन और चिंता का विषय है। इस बाद से चिंतित होकर आयोग ने पंजाब सरकार के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।आयोग ने कहा है कि मीडिया रिपोर्ट में उठाए गए मुद्दे के समाधान के लिए उठाए गए या प्रस्तावित कदमों के साथ-साथ दोषी पाए गए डॉक्टरों और कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई भी शामिल होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि 17 मई को की गई मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ द्वारा मरीज को निर्धारित दवाएं और इंजेक्शन देने में घंटों लग जाते हैं।